Kidney Damage Warning Signs: किडनी हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है। इसके बिना शरीर के अंदर की गंदगी बाहर नहीं निकल पाती है। किडनी शरीर से वेस्ट मटेरियल को फिल्टर करके यूरिन के जरिए बाहर करती है। अगर किसी कारण किडनी ठीक से काम न करें और धीरे-धीरे सारे टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, इससे कई बीमारियों की वजह बनती है। इसलिए किडनी का हेल्दी रहना बेहद जरूरी है।
आजकल जो सभी की लाइफस्टाइल चल रही है, वो एक तरह से किडनी पर इफेक्ट करती है और नतीजा किडनी से जुड़ी बीमारियां होने लगती है, जैसे- किडनी डैमेज, किडनी फेलियर, किडनी का कमजोर होना आदि कई बीमारियां हो जाती हैं।
इसमें किडनी डैमेज होना सबसे गंभीर समस्या होती है और इसके संकेत अक्सर रात में नजर आने लगते हैं। इसी कारण बहुत जरूरी है कि समय पर उनकी पहचान करके उपचार लिया और दिक्कत ज्यादा बढ़ने से पहले ही रोक लिया जाए। आइए जान लेते हैं किडनी डैमेज से जुड़े संकेतों के बारे में पूरी जानकारी..
किडनी डैमेज के संकेत
दिनभर ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस करते हैं, तो ये किडनी डैमेज होने का संकेत हो सकते है। किडनी जब शरीर से वेस्ट चीजों को बाहर नहीं कर पाती है, तो कुछ भी फिल्टर नहीं हो पाता है, तब ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस होती है। अगर आपको भी ऐसा ही फील होता है तो सही समय पर डॉक्टर से मिलकर सलाह करें।
अगर रात में नींद न आने की समस्या है और बार-बार करवट ले रहे हैं, तो ये भी किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है। असल में, किडनी की बीमारी की वजह से नींद से जुड़ी समस्याएं आने लगती हैं। अगर किसी को लंबे टाइम से ऐसी कोई प्रॉब्लम का सामना कर रहे हैं, बिल्कुल भी इग्नोर न करें।
रात को सोते वक्त अक्सर सांस लेने में आपको तकलीफ महसूस हो रही है, तो ये भी किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है। इस समस्या में हमारे शरीर के अंदर में लिक्विड जमा होने लगते हैं। इसी कारण बॉडी में लिक्विड पदार्थ की वजह से सांस लेने में समस्या होती है।
कई बार रात में बार-बार पेशाब भागना पड़ता है और ऐसी समस्या को नजरअंदाज करने का मतलब है बीमारियों की चपेट में आना। बार-बार यूरिन आ रहा है या महसूस हो रहा है तो ये भी किडनी डैमेज के संकेत हो सकते हैं। जब किडनी सही से काम नहीं करती है, तब इस वजह से रात में बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है।
अक्सर रात होते ही पैरों और टखनों में सूजन बढ़ होने लगती है या भारीपन महसूस होता है तो यह किडनी डैमेज का एक संकेत हो सकता है। किडनी में कुछ भी समस्या के चलते शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ता है, जिसकी वजह से पैरों और टखनों में सूजन आती है। अगर आपको इस तरह के संकेत नजर आ रहे हैं तो बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
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