Haiza Disease: बरसात के मौसम में संक्रामक बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है। इनमें कई रोग शामिल हैं जैसे कि डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर के साथ हैजा। हैजा एक बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है, जो पानी से होता है। जी हां, कभी सोचा है आपने कि कैसे 1 गिलास पानी पीने से भी आपको इतनी गंभीर बीमारी हो सकती है। हैजा में मरीज को पेट से संबंधित दिक्कतें होती हैं जैसे कि दस्त और उल्टी होना। शरीर से भारी मात्रा में पानी और नमक की मात्रा घट जाना। ये हमें डिहाइड्रेट भी कर देता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, हैजा जो पहले गांवों में हुआ करती थी अब शहर के लोगों के लिए गंभीर बीमारी बन चुकी है। इसका कारण भी पानी है। दरअसल, शहरों में भी पानी की क्वालिटी खराब हो गई है, जिस वजह से हैजा फैल रहा है। खासतौर पर बरसात के मौसम में इस बीमारी के मरीजों की संख्या अस्पतालों में ज्यादा बढ़ जाती है।
कैसे होता है हैजा?
हैजा विब्रियो कॉलरी बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है। ये बैक्टीरिया दूषित पानी और खाने में पनपता है। यह बैक्टीरिया पेट की छोटी आंतों में टॉक्सिन्स को पैदा करता है जिस वजह से शरीर से बहुत ज्यादा मात्रा में पानी रिलीज होने लगता है। ये पानी मल के जरिए बाहर निकलता है और इसमें नमक भी शामिल होता है। इस वजह से मरीज का शरीर कमजोर और कई बार दुबला-पतला भी हो जाता है।
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हैजा फैलने के कुछ कारण
सबसे पहले बैक्टीरिया किसी एक मरीज को संक्रमित करता है। हैजा फैलने का एक पूरा साइकिल होता है। इसमें विब्रियो कॉलरी बैक्टीरिया खाने या पानी में जगह बनाता है और उसके बाद उस दुषित भोजन को कोई खाता है, तो पहला मरीज संक्रमित होता है। इसके बाद एक संक्रमित मरीज के मल, पेशाब, छींक, पसीना या शरीर का पानी किसी और के संपर्क में आता है तो दूसरा मरीज हैजा से संक्रमित हो जाता है। एक संक्रमित मरीज के साथ खाना खाने या उसका झूठा खाना खाने से भी हैजा फैल जाता है।
हैजा होने पर शरीर में कुछ ऐसे लक्षण दिखते हैं
इस बीमारी के लक्षण काफी आम होते हैं जैसे कि दस्त होना या पेट दर्द होना आदि। आप इस तस्वीर के माध्यम से बीमारी के संकेतों को समझें।

हैजा से बचने के कुछ उपाय
- हाथों-पैरों और मुंह को नियमित रूप से साफ करें। साबुन और एंटीबैक्टीरियल फेस वॉश का यूज करें।
- साफ पानी पिएं। कोशिश करें कि बोतल बंद पानी और उबला पानी का सेवन ज्यादा कर सकें।
- ऐसे फल और सब्जी खाएं जिनके छिलके हो और आप उन्हें खुद छील सकें।
- घोंघा और सीफूड कम से कम खाएं, खासतौर पर इस मौसम में।
- कच्ची सब्जियों को खाने से बचें।
- बाहर से खरीदा हुआ बर्फ का इस्तेमाल करने से बचें।
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