Ear Infection: कान के संक्रमण बेहद दर्दनाक होते हैं, ये इंफेक्शन किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। लेकिन बच्चों में यह समस्या काफी आम है। ऐसा तब होता है जब बैक्टीरिया या वायरस कान के अंदर वाले हिस्से को संक्रमित करते हैं, जिससे दर्द, बेचैनी और यहां तक कि बुखार जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। जबकि लगातार या गंभीर संक्रमण के लिए आपको डॉक्टर तक की जरूरत पड़ जाती है। हालांकि, इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए कई घरेलू उपचार मौजूद हैं लेकिन हम आज आपको एक ऐसा नुस्खा बता रहे हैं, जो खुद एक्सपर्ट ने बताया है।
ये भी पढ़ें- Weight Loss: चिया सीड्स, सब्जा और तुलसी के बीज में कौन सा ज्यादा असरदार?
कानों में इंफेक्शन होता क्यों है?
कान में संक्रमण अक्सर कई वजहों से होते हैं। कान का मध्य भाग गले से से जुड़ा होता है। सर्दी, एलर्जी या साइनस संक्रमण के कारण मध्य कान में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे वहां बैक्टीरिया या वायरस पनप सकते हैं और इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा, सांस की बीमारी वाले लोगों को भी कानों में इंफेक्शन होने की संभावना रहती है। कान के इंफेक्शन का कारण मौसमी परिवर्तन भी है। इसमें एलर्जी और सर्दी शामिल हैं, जो कि हर साल मौसम बदलने पर कुछ लोगों को परेशान करता है।
क्या है कान में इंफेक्शन का देसी इलाज?
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर अपर्ना महाजन ने बताया कि कानों के इंफेक्शन से बचने के लिए आपको रसोई की इन 2 चीजों का इस्तेमाल करना है। ये दोनों चीजें हैं- लहसुन और सरसों का तेल। डॉक्टर महाजन बताते हैं कि कानों के संक्रमण को अनदेखा करने से आपको सुनने की शक्ति भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए, ज्यादा समस्या होने पर विशेषज्ञ से परामर्श जरूरी है।
लहसुन तेल का नुस्खा क्या है?
लहसुन में प्राकृतिक बैक्टीरिया मारने वाले गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इस तेल को बनाने के लिए आपको सबसे पहले लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर सरसों के तेल में डालकर गर्म करना होगा। तेल ठंडा होने के बाद छानकर, इसकी कुछ बूंदें कानों में डालें।
ये भी पढ़ें: हार्टअटैक के बढ़ते केसों में भारतीय युवा क्यों? स्पेशलिस्ट ने गिनाए कारण, ऐसे करें बचाव
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें।News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।