Covid Alert: अभी कुछ ही समय हुआ था कि दुनिया में कोरोना को लेकर शांति हुई थी। मगर अब धीरे-धीरे फिर यह वायरस अपने पैर पसारने लगा है। भारत में भी इस वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मुंबई, दिल्ली, केरल और कर्नाटक जैसे शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। तकरीबन 20 राज्यों में कोरोना का खौफ है। इस बीच एक और चिंताजनक बात सामने आई है, जिसमें कोरोना वायरस के 2 नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 वेरिएंट शामिल हैं। ये दोनों वेरिएंट भी ओमिक्रोन फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि, इसके मामलों की पुष्टि फिलहाल दिल्ली में ही हुई है लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है।
राज्यों में हेल्थ एडवाइजरी जारी
दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी और केरल समेत लगभग सभी राज्यों में कोरोना को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। राज्य सरकारों ने सभी अस्पतालों को एक्सट्रा आईसीयू, बेड, दवाओं, ऑक्सीजन समेत सभी जरूरी उपचार के उपकरणों को बढ़ाने का निर्देश दिया है। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों की सफाई का पालन करें। इसके अलावा, लक्षणों की पहचान कर तुरंत टेस्टिंग और आइसोलेशन अपनाएं।
ये भी पढ़ें- Covid Alert: भारत में फिर बढ़े कोरोना के केस, केरल से लेकर दिल्ली तक मिले इतने नए मरीज
दिल्ली में नए वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता
कोरोना के दो नए वेरिएंटों की पुष्टि राजधानी दिल्ली में हुई थी। इनके नाम NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट हैं। इस वेरिएंट से संक्रमितों की संख्या दिल्ली में ही है, जो गुरुवार तक 23 थीं। इन वेरिएंट्स में स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन के कारण संक्रमण की दर बढ़ रही है। ये वेरिएंट्स इम्यूनिटी को कमजोर करने की क्षमता रखते हैं। हालांकि, WHO ने इन्हें वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग की श्रेणी में रखा है और ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के लिए कम जोखिमकारी माना है।
केरल, तमिलनाडू, ओडिशा और आंध्र प्रदेश भी निशाने पर
भारत के इन राज्यों में भी कोरोना के मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसमें केरल केंद्र बना हुआ है। देश के अधिकतर एक्टिव कोरोना केस यहीं मिले हैं। अगर आप भी इन राज्यों से हैं, तो अपने लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत टेस्ट करवाएं। केरल में इस समय 273 एक्टिव केस है। वहीं, शनिवार को कर्नाटक में भी कोरोना के मामलों की पुष्टि और 1 मौत की खबर सामने आई है।
क्यों बढ़ने लगे मामले?
WHO के मुताबिक, एशिया में कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण JN.1 वेरिएंट हैं। यह वेरिएंट अधिक जानलेवा प्रतीत नहीं होता है लेकिन इसके फैलने की क्षमता अधिक है। भारत में इस वक्त दो नए सब-वेरिएंट्स ने भी चिंता बढ़ाई हुई है। ये दोनों इस वक्त निगरानी में है लेकिन इसके भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में प्रमुख स्ट्रेन के रूप में तीनों स्ट्रेनों के सैंपल लिए गए हैं जिसमें जेएन.1 को ज्यादा सक्रिय माना गया है। बात करें अन्य दो वेरिएंट्स की तो वे दोनों अधिक गंभीर नहीं है। इनके लक्षण भी सर्दी, जुकाम जैसे हैं।
JN.1 वेरिएंट के लक्षण
- नाक बहना।
- सिरदर्द होना।
- बुखार।
- गले में खराश।
- थकान।
बचाव के उपाय
- मास्क पहनें।
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
- सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- घरों में भी साफ-सफाई का ख्याल रखें।
- संक्रमितों व संक्रमित इलाकों से दूर रहें।
यह भी पढ़ें : Covid-19 Alert: कोरोना के नए वेरिएंट में कौन-कौन से लक्षण? देश में फिर बढ़ने लगे केस