Badi Aant Ke Cancer Ke Lakshan: कब्ज रहना एक आम समस्या है, जिसका इलाज वक्त पर कर लेना चाहिए. लेकिन अगर कब्ज पुराना हो गया है, लाख कोशिशों के बाद भी खत्म नहीं हो रहा तो आपको थोड़ा सोचने की जरूरत है. मनीष आचार्य जी के अनुसार लगातार कब्ज रहने की वजह से बड़ी आंतों का कैंसर हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कब्ज रहने की वजह से हमें मल त्यागने में दर्द होता है, जिससे आंतों पर जोर पड़ता है. आगे जाकर यह कैंसर बन सकता है. ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि कब्ज होने पर आंतों में क्या-क्या परिवर्तन हो सकते हैं और किन संकेतों को गंभीरता से लेना हमारे लिए जरूरी है.
कब्ज रहने पर आंतों में क्या होता है?
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- जब बड़ी आंत से मल सही तरह से नहीं निकलता और जोर लगाने पर निकलता है, जिससे परेशानी बढ़ने लगती है.
- कैंसर आंत के शुरुआती हिस्से में होता है. इससे मल त्यागने में परेशानी होती है तो बेहतर है वक्त पर इस बात पर ध्यान दे लिया जाए.
- कैंसर के शुरुआती दौर में मल की बनावट अलग-अलग हो सकती है जैसे पतला मल होना या बहुत देर तक मल ना आना.
- कभी-कभी कब्ज के साथ अन्य लक्षण भी जुड़ सकते हैं जैसे अचानक मल की आदतों में बदलाव, मल में खून आना, अचानक वजन कम होना, पेट का असहज महसूस होना आदि.
आंतों में कैंसर होने के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
- जब कैंसर होता है तो बड़ी आंत सही तरह से काम नहीं करती है जैसे- बार-बार दस्त लगना या कब्ज रहना.
- पेट में दर्द रहना या गैस बनना भी कैंसर का शुरुआती लक्षण है.
- अगर आपके पेट में गांठ महसूस हो रही है तो ध्यान देने की जरूरत है. कई बार मल त्यागते वक्त खून आने की समस्या भी पैदा हो जाती है.
क्या कहते हैं मनीष आचार्य जी?
- मनीष आचार्य जी ने अपनी वीडियो में बताया है कि अगर आपकी मल त्यागने की आदत बदल रही है तो इसपर ध्यान देने की जरूरत है.
- मल में खून आना, मल निकलने में कठिनाई महसूस होना, हमेशा पेट भारी-भारी महसूस होना भी कैंसर होने का एक लक्षण हो सकता है.
- ऐसे में जरूरी है अपने आहार में फाइबर को शामिल किया जाए. साथ ही, अपनी आदतों पर भी खास ध्यान दिया जाए.










