Air Pollution: दिल्ली और आस-पास के इलाके अब भी गंभीर प्रदूषण की चपेट में हैं। यहां पॉल्यूशन लेवल इतना बढ़ गया है कि GRAP-4 के नियम लागू किए गए हैं। यह स्टेज तब लगाए जाते हैं, जब लोगों की सांसें अत्यधिक प्रभावित होती हैं। इस हवा में पॉल्यूटेंट्स सूक्ष्म और हानिकारक होते हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण, खासकर शहरों के लोग अपनी सेहत की सुरक्षा के लिए घर में एयर प्यूरिफायर लगा रहे हैं। हालांकि, इन उपकरणों के उपयोग से प्रदूषण से बचाव किया जा सकता है लेकिन क्या यह एयर प्यूरिफायर वाकई में सेफ रहते हैं और क्या यह हमें पूरी तरह से प्रदूषण से बचा सकते हैं? आइए जानते हैं।
एयर प्यूरिफायर का बढ़ता चलन
पिछले कुछ वर्षों से प्रदूषण की मात्रा देश में ज्यादा बढ़ने लगी है। इसलिए, एयर प्यूरिफायर की लोकप्रियता लोगों के बीच काफी बढ़ गई है। टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर सुलेमान लधानी बताते हैं कि एयर प्यूरिफायर में रहना कितना सेफ है? यह सवाल भी बार-बार उठता है कि क्या इन उपकरणों के संपर्क में हमें ज्यादा रहना चाहिए या नहीं? हालांकि, डॉक्टर लधानी बताते हैं कि ऐसे डिवाइस हमें प्रदूषण से बचा तो सकते हैं। ये प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं जैसे कि सांस की बीमारियां, एलर्जी या कोई और बीमारी से बचाने के लिए फायदेमंद हैं लेकिन इसे यूज करने का एक सही तरीका है, जिसके हिसाब से एयर प्यूरिफायर का यूज करना चाहिए।
ये भी पढ़ें- कोलन कैंसर की पहली स्टेज के शुरुआती संकेत क्या?
कितनी देर एयर प्यूरिफायर में रहना चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, वायु की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने के लिए एयर प्यूरिफायर को हर समय चालू रखना चाहिए। अगर हम केवल कमरे में एंट्री करते समय इसका प्रयोग करेंगे, तो इसका बेनेफिट हमें नहीं मिलेगा। इसे लगातार चलाने से हवा से प्रदूषण के कण लगातार साफ होते रहते हैं। यदि आप डिवाइस को अनियमित तरीके से बंद या चालू करेंगे, तो इसका प्रभाव कम हो जाता है। एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि इसे आप अपने घर के उन क्षेत्रों में रखें, जहां आप ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो रूम का साइज भी इस बात पर निर्भर करता है कि एयर प्यूरिफायर कितनी देर चलाना चाहिए। साथ ही, इसका इस्तेमाल करते समय आपको घर के खिड़की-दरवाजों को भी बंद रखना चाहिए, नहीं तो इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।
एयर प्यूरिफायर के कुछ नुकसान
- कुछ एयर प्यूरिफायर में से शोर आ सकता है।
- किसी-किसी एयर प्यूरिफायर में फिल्टर को जल्दी बदलने पड़ते हैं।
- एयर प्यूरिफायर के लगातार इस्तेमाल से घर के अंदर की नमी कम हो सकती है, जिससे ड्राइनेस बढ़ सकती है।
ये भी पढ़ें- शरीर को हाइड्रेटेड करने के लिए क्या सिर्फ पानी पीना है जरूरी?
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।