नई दिल्ली: शुक्रवार को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन फिल्म फेस्टिवल शुरू होने पर सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फिल्मों बहिष्कार पर बात की। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि भारत जैसे देश में जहां हम अपनी सॉफ्ट पावर को बढ़ाना चाहते हैं, जब भारतीय फिल्में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में नाम कमा रही हैं, ऐसी चीजें निश्चित रूप से माहौल को प्रभावित करती हैं। उन्होंने फिल्मों के बहिष्कार पर बात को आगे बढ़ाते हुए कहा- अगर किसी को कोई शिकायत है, तो वे इसे विभाग के पास ले जा सकते हैं और फिर इसे संबंधित निर्माता और निर्देशक के पास ले जाया जाता है, लेकिन कभी-कभी लोग बिना पूरी जानकारी के सिर्फ माहौल को खराब करने के लिए कमेंट कर देते हैं। इससे नुकसान होता है, ऐसा नहीं होना चाहिए।
भारतीय फिल्में बहुत पैसा कमाती हैं
पिछले साल, ‘लाल सिंह चड्ढा’, ‘रक्षा बंधन’ और ‘ब्रह्मास्त्र’ सहित कई बॉलीवुड फिल्मों को बॉयकॉट का सामना करना पड़ा। हाल ही में रिलीज हुई ‘पठान’ को भी सोशल मीडिया पर बहिष्कार की प्रवृत्ति का सामना करना पड़ा। उन्होंने आगे कहा- भारत दुनिया में हर साल सबसे ज्यादा फिल्में बनाता है। ‘आरआरआर’, ‘केजीएफ’, ‘बाहुबली’ और ‘पठान’ जैसी फिल्में इस बात का प्रमाण हैं कि भारतीय फिल्में बहुत पैसा कमाती हैं। वास्तव में अमेरिका के अलावा भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां सिनेमा का एक बड़ा हिस्सा घरेलू दर्शकों के लिए है।
If someone has a complaint, they can take it up with the Dept & it is then taken up with concerned Producer & Director. But sometimes people make comments without complete knowledge just to vitiate the atmosphere. It causes a loss, it shouldn't happen: I&B Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/AyGmYXw2oh
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 27, 2023
‘जिमी जिमी’ और ‘डिस्को डांसर’ की धुनों पर नाच रहे थे युवा
इससे पहले सम्मेलन के दौरान भारतीय सिनेमा की पहुंच और इसके प्रभाव के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हाल ही में जब मैंने मध्य एशियाई देशों के एक युवा प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की, तो वे ‘जिमी जिमी’ और ‘डिस्को डांसर’ की धुनों पर नाच रहे थे। 20 साल की उम्र में उन देशों की युवा पीढ़ी इन गीतों को सुनती है और उस क्षेत्र में भारतीय उद्योग के प्रभाव के बारे में बहुत कुछ कहती है।” उन्होंने आगे कहा, “एससीओ के अध्यक्ष के साथ-साथ जी20 के अध्यक्ष होने के नाते भारत के पारंपरिक रूप से एससीओ क्षेत्र के साथ लंबे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं।
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