Minimum Balance in Account: बैंक का सेविंग अकाउंट खाताधारक को कई प्रकार की सुविधा देता है। इसमें वित्तीय सुरक्षा और निश्चित ब्याज दर समेत कुछ अन्य शामिल हैं। सभी बचत खाता धारकों को अपने खाते में न्यूनतम औसत बैलेंस बनाए रखना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, अगर सेविंग अकाउंट के आधार पर मिनिमम बैलेंस नहीं रखा गया तो खाते पर जुर्माना लग सकता है।
सेविंग अकाउंट के लिए न्यूनतम बैलेंस राशि क्या है?
बैंकों की एक विशेष न्यूनतम शेष सीमा होती है जिसे खाता मालिक को बनाए रखना चाहिए। अगर मिनिमम बैलेंस नहीं रखा गया तो बैंक द्वारा शुल्क लगा दिया जाएगा। न्यूनतम शेष राशि की सीमा बैंकों के अनुसार अलग-अलग होती है और यह बैंक के स्थान पर निर्भर करेगी।
जीरो बैलेंस बचत खाता क्या है?
फीस से बचने के लिए बैंक खाते में हजारों राशि रखने की पारंपरिक प्रथा के विपरीत बढ़ती मांग के कारण, कई बैंक अब जीरो बैलेंस बचत खाते प्रदान करते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के अनुसार, ‘जीरो बैलेंस बचत खाता एक शून्य शेष खाता है जहां खाताधारक न्यूनतम शेष राशि बनाए रखे बिना खाता संचालित करने के लिए स्वतंत्र है।’
SBI मिनिमम बैलेंस
मार्च 2020 में, SBI ने अपने मूल बचत खातों से औसत मासिक बैलेंस (AMB) की आवश्यकता को हटाने का निर्णय लिया। इससे पहले, SBI खाताधारकों को अपने खाते में 3,000 रुपये, 2,000 रुपये या 1,000 रुपये का औसत मासिक बैलेंस रखना पड़ता था, यह इस बात पर निर्भर करता था कि उनकी शाखा मेट्रो क्षेत्र, अर्ध-शहरी क्षेत्र या फिर ग्रामीण क्षेत्र में है।
HDFC मिनिमम बैलेंस
एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को पिछले महीने में खाते में रखे गए AMB के आधार पर चालू माह में सेवा और लेनदेन शुल्क देना होगा। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, ‘शहरी शाखाओं के लिए न्यूनतम 1 वर्ष 1 दिन की अवधि (1 जुलाई 22 से) के लिए 10,000 रुपये का न्यूनतम औसत मासिक शेष या 1 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट बनाए रखना अनिवार्य है। अर्ध-शहरी शाखाओं के लिए न्यूनतम 1 वर्ष 1 दिन की अवधि (1 जुलाई 2022 से) के लिए 5000 रुपये का औसत मासिक शेष या 50,000 रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट और ग्रामीण शाखाओं के लिए 1 वर्ष 1 दिन (1 जुलाई 22 से) की न्यूनतम अवधि के लिए 2500 रुपये का औसत त्रैमासिक शेष या 25,000 रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट रखना जरूरी है।’
PNB मिनिमम बैलेंस
पीएनबी ग्राहकों के लिए औसत मासिक शेष राशि ग्रामीण ग्राहकों के लिए 1000/- रुपये, अर्ध शहरी ग्राहकों के लिए 2000 रुपये, शहरी और मेट्रो ग्राहकों के लिए क्रमशः 5000 रुपये और 10,000 रुपये है। मिनिमम बैलेंस न रखने का शुल्क ग्रामीण और अर्ध शहरी ग्राहकों के लिए 400 रुपये और मेट्रो और शहरी ग्राहकों के लिए 600 रुपये है।