---विज्ञापन---

सावन में प्रदोष व्रत का महत्व; शिव पूरी करेंगे हर मनोकामना, बस करना होगा एक काम

Sawan Pradosh Vrat: इस समय भगवान शिव का प्रिय सावन माह चल रहा है। इस माह में महादेव की आराधना का विशेष फल मिलता है। खास तौर पर यदि सावन के सोमवार अथवा प्रदोष पर भोलेनाथ की पूजा की जाए तो भक्तों की समस्त इच्छाएं अवश्य ही पूर्ण होती हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Jul 13, 2023 11:51
Share :
shivji ke upay, sawan ke upay, pradosh vrat, pradosh ke upay, bhagwan shiv, dharma karma,
Image Credit: Wikimedia

Sawan Pradosh Vrat: इस समय भगवान शिव का प्रिय सावन माह चल रहा है। इस माह में महादेव की आराधना का विशेष फल मिलता है। खास तौर पर यदि सावन के सोमवार अथवा प्रदोष पर भोलेनाथ की पूजा की जाए तो भक्तों की समस्त इच्छाएं अवश्य ही पूर्ण होती हैं।

ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार सावन माह का पहला प्रदोष व्रत 15 जुलाई 2023 (शनिवार) को आ रहा है। इस दिन शनिवार होने के कारण इसे शनि प्रदोष भी कहा जाएगा। अगर आप भी इस दिन शुभ मुहूर्त में पूरे विधि-विधान से शिव की पूजा करेंगे तो निश्चित रूप से आपके मनोरथ पूरे होंगे।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: Shiv Puran ke Upay: बड़े-से-बड़े संकट की काट हैं प्रदोष के ये उपाय परन्तु रखें ये सावधानियां

कब है शनि प्रदोष व्रत

पंचांग की गणना के अनुसार प्रदोष तिथि का आरंभ 14 जुलाई 2023 (शुक्रवार) को सायं 7.18 बजे होगा। इसका समापन अगले दिन 15 जुलाई 2023 (शनिवार) को सायं 8.33 बजे होगा। हिंदू धर्म में उदय तिथि की मान्यता होने के कारण प्रदोष व्रत शनिवार को ही किया जाएगा। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में उच्च का रहेगा जो एक शुभ संयोग बना रहा है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: शुक्र को करें मां दुर्गा के ये उपाय, गरीबी, शत्रु और बीमारियों से पीछा छूटेगा

कैसे करें प्रदोष व्रत

जो भक्त बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें प्रदोष व्रत अवश्य ही करना चाहिए। सुबह जल्दी उठ कर स्नान आदि से निवृत्त होकर किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां पर गणेशजी की पूजा कर उन्हें मनाएं। इसके बाद भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिकेय और नंदीश्वर की पूजा करें। शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करें। गंगाजल नहीं होने पर जल से भी अभिषेक कर सकते हैं। श्वेत चंदन से उनका श्रृंगार करें। पूरे दिन व्रत रखें एवं निराहार रहते हुए केवल एक समय फलाहार ग्रहण करें। साथ ही शिव के पंचाक्षरी मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का कम से कम 1100 बार जप करें। इस व्रत करने से भगवान अपने भक्तों पर अवश्य ही प्रसन्न होते हैं।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Written By

Sunil Sharma

First published on: Jul 13, 2023 11:40 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें