Hanumanji ke Upay: हनुमानजी की आराधना से बड़े से बड़े काम भी सहज ही पूरे हो जाते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ प्रयास भी नहीं करने होते। बल्कि सच्चे मन और श्रद्धा के साथ मारुतिनंदन को याद करना होता है। शास्त्रों में ऐसे अनेकों मंत्र और तंत्र प्रयोग दिए गए हैं जिनके प्रयोग से आप उन्हें आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं।
गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस में चौपाईयों के रूप में बहुत सारे मंत्रों का भी प्रयोग किया गया है। इनके विधि-विधान को जान कर तथा इनका प्रयोग कर आप अपनी समस्त समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। रामचरितमानस के सुंदरकांड के आरंभ में ही एक मंत्र दिया गया है। इस मंत्र के प्रयोग से सभी कष्ट दूर होते हैं।
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रामचरितमानस के इस उपाय से प्रसन्न होंगे हनुमानजी (Hanumanji ke Upay)
इस मंत्र में भगवान राम तथा उनके अनन्य भक्त हनुमानजी की स्तुति की गई है। मंत्र के 3 श्लोकों में भगवान की आराधना करते हुए उनकी अनंत, अनादि भक्ति मांगी गई है। यह मंत्र निम्न प्रकार है
शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्।
रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्॥1॥
नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा।
भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥2॥
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥3॥
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कैसे करें प्रयोग
जब भी आप सुबह पूजा करें तो हनुमानचालिसा के बाद इस श्लोक का प्रतिदिन 7 बार पाठ कीजिए। साथ ही भगवान से कुछ भी पाने की इच्छा मत कीजिए, न ही उनसे कुछ मांगिए। ऐसा लगातार कई दिनों तक करने से आपकी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। जब भी आप इस अनुष्ठान को करें तो सात्विक जीवन जिएं और ब्रह्मचर्य के साथ रहें। साथ ही अपना आहार-विहार भी शुद्ध रखें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।