---विज्ञापन---

Darsh Amavasya 2024: कब है साल 2024 की पहली दर्श अमावस्या तिथि? जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

Darsh Amavasya 2024: दर्श अमावस्या कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि को पड़ती है। इस दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय किए जाते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Jan 8, 2024 14:51
Share :
Darsh-Amavasya
दर्श अमावस्या 2024

Darsh Amavasya 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष के आखिरी तिथि को अमावस्या की तिथि पड़ती है। अमावस्या की तिथि हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन पितरों की शांति के लिए दान और तर्पण किया जाता है जो बेहद ही शुभ होता है। ऐसे में पौष माह के पड़ने वाली दर्श अमावस्या का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष का महीना दसवां महीना है। पंचांग के अनुसार, पौष माह का दर्श अमावस्या 11 जनवरी 2024 को पड़ रही है। आज इस खबर में जानेंगे पौष माह में पड़ने वाली दर्श अमावस्या का शुभ मुहूर्त, तिथि और धार्मिक महत्व क्या है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दर्श अमावस्या के दिन खुले आसमान में चंद्रमा दिखाई नहीं देता है। अमावस्या की तिथि पूर्वजों की तिथि मानी जाती है। इस दिन पूर्वजों की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन पूर्वज धरती पर आते हैं। साथ ही घर के सभी सदस्यों को खुशहाली का आशीर्वाद भी देते हैं। इस दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए पूजा-पाठ भी किया जाता है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें- 14 जनवरी को मंगल करेंगे नक्षत्र परिवर्तन, 3 राशियों की बल्ले-बल्ले

दर्श अमावस्या की शुभ तिथि व मुहूर्त

दृक पंचांग के अनुसार, दर्श अमावस्या या पौष अमावस्या 11 जनवरी 2024 दिन गुरुवार के दिन पड़ रहा है। ऐसे में इस दिन शुभ मुहूर्त की बात करें तो अमावस्या तिथि की शुरुआत 10 जनवरी 2024 दिन बुधवार की रात 8 बजकर 10 मिनट पर हो रही है वहीं समाप्ति अगले दिन यानी 11 जनवरी 2024 दिन गुरुवार शाम 5 बजकर 26 मिनट तक होगी।

---विज्ञापन---

दर्श अमावस्या का क्या महत्व

ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, दर्श अमावस्या के दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए प्रातकाल उठकर स्नान आदि करके तर्पण करना चाहिए। मान्यता है इस तरह तर्पण करने से घर तथा जीवन में खुशहाली आती है। ज्योतिषियों के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है वैसे जातक को दर्श अमावस्या के दिन व्रत रखना चाहिए और चंद्र देव से प्रार्थना करनी चाहिए। साथ ही इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए धार्मिक उपाय भी किए जाते हैं।

यह भी पढ़ें- प्रदोष व्रत के दिन क्या करें क्या न करें? जानें नियम

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Edited By

Raghvendra Tiwari

First published on: Jan 08, 2024 02:51 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें