Wednesday, 17 April, 2024

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Akhurath Sankashti Chaturthi: रविवार को गणपति को चढ़ाएं दूब, हर इच्छा पूरी होगी

Akhurath Sankashti Chaturthi: हिंदू धर्म के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा का जाती है। इस दिन गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के कर्मकांड भी किए जाते हैं। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार यदि इस दिन […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Dec 10, 2022 13:05
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Akhurath Sankashti Chaturthi: हिंदू धर्म के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा का जाती है। इस दिन गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के कर्मकांड भी किए जाते हैं। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार यदि इस दिन गजानन गणेश की विशेष पूजा की जाए तो उनसे मनचाहा वरदान पाया जा सकता है। जानिए इस दिन के शुभ मुहूर्त, पूजा विधी और उपायों के बारे में

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त (Akhurath Sankashti Chaturthi Puja Muhurat)

  • चतुर्थी तिथी का आरंभ – 11 दिसंबर, 2022 को सायं 4.14 बजे
  • चतुर्थी तिथी का समापन – 12 दिसंबर, 2022 को सायं 6.48 बजे
  • अमृत काल – 11 दिसंबर 2022 को सायं 5.55 बजे से 7.42 बजे तक तथा 12 दिसंबर को दोपहर 4.24 बजे से सायं 6.12 बजे तक
  • रवि पुष्य योग – 11 दिसंबर को सायं 8.36 बजे से 12 दिसंबर को सुबह 7.06 बजे तक
  • सर्वार्थसिद्धि योग – 11 दिसंबर को सायं 8.36 बजे से 12 दिसंबर को दोपहर 11.36 बजे तक

यह भी पढ़ेंः Akhurath Sankashti Chaturthi: 11 दिसं. को गणेशजी को चढ़ाएं पान का पत्ता, होगा चमत्कार

चतुर्थी के व्रत में चन्द्रमा को अर्ध्य दिया जाता है, इसलिए चतुर्थी 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। यहां पर दोनों दिन के शुभ मुहूर्त दिए गए हैं, आप किसी भी शुभ मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं।

ऐसे करें गणपति पूजा (Akhurath Sankashti Chaturthi Puja Vidhi)

गणेश पूजा के लिए आवश्यक है कि स्नान कर स्वच्छ, साफ धुले हुए कपड़े पहनें। पूजा के समय काले, नीले, हरे, भूरे, मटमैले आदि गहरे रंगों के कपड़े न पहनें। घर के मंदिर में भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें। अभिषेक के बाद उन्हें जनेऊ, नारियल, पुष्प, माला, मौली, धूप बत्ती, दीपक आदि अर्पित करें। उन्हें सिंदूर लगाएं और ताजा तोड़ी गई दूर्वा चढ़ाएं। इस दिन गणेश जी को दूब चढ़ाने से मनचाही इच्छा पूर्ण होती है। इसके बाद उमासुत की विधिवत आरती करें, उन्हें मोदक अथवा मूंग के लड्डू का भोग लगाएं। हो सके तो पंचमेवा भी चढ़ाएं।

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय (Ganeshji Ke Upay)

जिन लोगों का लंबे समय से काम अटका हुआ है, उन्हें इस दिन भगवान गजानन को एक पान अर्पित करना चाहिए। आप पान वाले के पास जाकर उसे गणेश जी की पूजा का पान तैयार करने के लिए कहें। वह आपको पान तैयार कर उस पर चांदी का वर्क लगा कर दे देगा। इसी पान को गणेश जी को चढ़ाएं। तुरंत ही आपके काम बनने के योग बन जाएंगे।

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हाथी को दूब अथवा गन्ना खिलाएं

भारतीय शास्त्रों में हाथी को गणेश जी का ही रूप माना गया है। अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन यदि किसी हाथी को दूर्वा (दूब) अथवा गन्ना खिलाएं तो भी आपके बिगड़े काम बन जाएंगे। आपके जीवन में कोई भी समस्या आ रही होगी, वो दूर हो जाएगी।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Dec 10, 2022 01:03 PM
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