एशियाई विकास बैंक (ADB) ने पाकिस्तान के लिए 668 करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी दी है। पाकिस्तान को ये रुपये राजकोषीय स्थिति को बेहतर करने और साार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन में सुधार के लिए दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान में एडीबी की डायरेक्टर एम्मा फैन ने कहा कि पाकिस्तान ने मैक्रोइकोनॉमिक परिस्थितियों में सुधार के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति की है। पिछले महीने एडीबी बोर्ड की बैठक में भारत ने पाकिस्तान को दिए जा रहे इस पैसे को अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई थी।
आईएमएफ ने दिया था 1 अरब डॉलर का कर्ज
भारत ने तर्क देते हुए कहा कि पाकिस्तान के लिए यह पैकेज न मंजूर किया जाए क्योंकि पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल आतंकियों की भर्ती और उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगा। इससे पहले आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का कर्ज दिया था। इस समय भी भारत ने पाकिस्तान के रिकॉर्ड की जांच करने और आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोपों को देखते हुए जांच की मांग की थी।
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विश्व बैंक भी कर्ज देने की तैयारी में है
बता दें कि आईएमएफ और एडीबी के अलावा विश्व बैंक भी पाकिस्तान को कर्ज देने की तैयारी में है। इस साल जनवरी में विश्व बैंक ने पाकिस्तान को अगले 10 सालों में 20 अरब डॉलर का कर्ज देने का समझौता किया है। ये कर्ज जलवायु परिवर्तन और निजी क्षेत्र के विकास जैसे मुद्दों पर दिया जाना है। गौरतलब है कि भारत इस पैकेज को लेकर भी अपना विरोध दर्ज कराएगा।
भारत को डर है कि वैश्विक संस्थाओं द्वारा दिए जा रहे इस कर्ज का इस्तेमाल पाकिस्तान आतंकवाद के पालन-पोषण के लिए कर सकता है। ऐसे में भारत की कोशिश है कि एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल कराने के लिए दबाव बनाया जाए। इससे पहले पाकिस्तान को 2018 में एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाला गया था।
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