Ayodhya News: भारत की स्वर कोकिला और भारत रत्न से सम्मानित स्व. लता मंगेशकर (Late Bharat Ratna Awardee Lata Mangeshkar) के जन्मदिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी अयोध्या में अयोध्या नया घाट (Ayodhya Ghat) का नाम अब लता मंगेशकर चौक हो जाएगा। इस चौक के सौंदर्यीकरण के लिए 40 फुट लंबा और 14 टन वजनी वीणा (Veena) 15 सितंबर को नोएडा से अयोध्या पहुंच चुकी है।
इस वीणा को धर्मनगरी में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित किया जाएगा। बता दें कि इस वीणा को मास्टर मूर्तिकार राम वनजी सुतार ने डिजाइन किया है। राम वनजी सुतार ने ही गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति) को डिजाइन किया है। राम सुतार भी अपने बेटे के साथ अयोध्या पहुंच चुके हैं।
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वीणा स्थापना के साथ सुनाई देगी भजनों की धुन
जानकारी के मुताबिक वीणा को अयोध्या के प्रसिद्ध नया घाट क्रॉसिंग पर स्थापित किया जाएगा, जिसका नाम अब बदलकर भारत रत्न से सम्मानित दिवंगत लता मंगेशकर के नाम पर रखा गया है। नोएडा के रहने वाले वास्तुकार रंजन मोहंती ने इस स्मृति चौक को डिजाइन किया है। यहां वीणा स्थापना के साथ लता मंगेशकर के प्रसिद्ध भजन भी सुनाई देंगे। प्रदेश की योगी सरकार ने इस काम के लिए 7.9 करोड़ रुपये जारी किए थे। इस प्रोजेक्ट को 15 सितंबर तक पूरा होना था।
28 सितंबर को CM करेंगे उद्घाटन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लता के जन्मदिवस के मौके पर 28 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस चौक का उद्घाटन कर सकते हैं। इसके लिए अयोध्या प्रशासन की ओर से तैयारियों तेज कर दी गई हैं। कार्यक्रम के लिए सीएम ऑफिस से लता जी के परिवार वालों को न्योता भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में लता जी के भतीजे आदित्य मंगेशकर के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
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अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया था कि नया घाट ट्राई-क्रॉसिंग को लता मंगेशकर स्मृति चौक बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। काम लगभग पूरा हो चुका है। अब इस चौक के उद्घाटन की तैयारी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने परियोजना के लिए 7.9 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी साल 6 फरवरी को भारत रत्न लता मंगेशकर के देहांत के बाद उनकी याद में इस प्रमुख क्रॉसिंग का नाम बदलने की घोषणा की थी।
अयोध्या के संतों ने किया था विरोध
बता दें कि शुरुआत में अयोध्या के कुछ संतों ने लता मंगेशकर के नाम पर इस क्रॉसिंग का नाम बदलने का विरोध किया था। संतों की मांग थी कि नया घाट क्रॉसिंग का नाम जगतगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर रखा जाए। मुख्यमंत्री योगी द्वारा अयोध्या में अन्य स्थानों और सड़कों का नाम प्रमुख संतों के नाम पर रखने का आश्वासन दिए जाने के बाद संतों ने नाराजगी वापस ली थी।
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