Bulandshahr News (शाहनवाज चौधरी): उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में नोएडा के कुख्यात बदमाश गैंगस्टर रवि काणा के भांजे राजू अधाना की सरेआम गुंडई का मामला सामने आया है। वेस्ट यूपी के जनपद बुलंदशहर में रवि काना गैंग के सदस्य ने पावर कारपोरेशन में तैनात जूनियर इंजीनियर के बेटे से एक्सयूवी और पिस्टल छीन ली।
क्या है मामला
जूनियर इंजीनियर भास्कर गुप्ता, निवासी जीवनगीत कालोनी बुलंदशहर का बेटा तीर्थ गुप्ता 20 जनवरी को एक्सयूवी कार धुलवाने के लिए चांदपुर स्थित वॉशिंग सेंटर पर गया था। कार धुलवाकर वह वॉशिंग सेंटर से वापस लौटकर निकला ही था कि रवि काना गैंग के सदस्य पहुंचे और उससे एक्सयूवी छीन ली और फरार हो गए। एक्सयूवी में 2 लाख रुपये और एक महंगी घड़ी भी रखी हुई थी। जिस बदमाश पर एक्सयूवी कार लूटने का आरोप है, वह रवि काना गैंग का एक्टिव सदस्य और रवि काना का ममेरा भाई बताया जा रहा है।
कौन है गैंगस्टर रवि काना
रवि नागर उर्फ रवि काना का लंबा चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड है। उस पर हत्या, गैंग रेप, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती और चोरी के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। साल 2014 में जब रवि काना के भाई की हत्या कर दी गई थी, उसके बाद रवि ने सारा काम अपने कब्जे में ले लिया था और वह तभी से ही गैंग को ऑपरेट करता आ रहा है।
#बुलंदशहर: रवि काना गैंग के सक्रिय सदस्य और ममेरे भाई ने जूनियर इंजीनियर पावर कारपोरेशन के बेटे से XUV छीन ली। काना जेल में बंद है मगर गुर्गे अभी भी एक्टिव हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर एक्शन की बात कही है। pic.twitter.com/EwyK0Ykt4N
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कैसे बना स्क्रैप माफिया
रवि काना एंड गैंग पर आरोप है कि वह अपने गैंग से सरिया लूट करवाता था। बिल्डर्स की साइट से लोहा चोरी करवाता था और लूटे गए सरिया को स्क्रैप में बदलवाकर स्क्रैप का बड़ा खिलाड़ी बन गया। रवि काना गैंग का जाल नोएडा, बुलंदशहर, दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद समेत वेस्ट यूपी के ज्यादातर जनपदों में फैला हुआ है। रवि काना गैंग लूट की तमाम वारदातें कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से अंजाम देता था। इसलिए रवि काना काफी समय तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। फिलहाल गैंगस्टर रवि काना बांदा जेल में बंद है।
100 करोड़ से अधिक की संपत्ति हुई थी अटैच
रवि काना और उसकी पार्टनर काजल झा की 120 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले दिनों अटैच किया हुआ है। ये वह संपत्ति है जिसे रवि काना एंड गैंग ने नंबर दो की काली कमाई से अरबों रुपये का साम्राज्य खड़ा कर दिया। गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने रवि काना को जेल भेजा था और काना के काले साम्राज्य को खत्म कर दिया था।
चूंकि रवि काना, रणदीप भाटी और सुंदर भाटी गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इसलिए रवि काना को नोएडा जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। पुलिस को आशंका थी कहीं गैंग्स के बीच गैंगवार न हो जाए। इसी से बचने के लिए एक साथ 11 बदमाशों को यूपी की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया गया था।
पीड़ित इंजीनियर ने बताई आपबीती
पीड़ित ने News24 को बताया कि उनका बेटा तीर्थ एक्सयूवी को धुलवाने गया था, तभी रवि काना गैंग के सक्रिय सदस्यों ने कार छीन ली। ये कार उन्होंने रवि काना के ममेरे भाई से खरीदी थी, जिसका ऑनलाइन भुगतान कर दिया गया था। फिलहाल, शिकायत पुलिस से कर दी है। एएसपी बुलंदशहर ऋजुल ने बताया कि जूनियर इंजीनियर की शिकायत मिली है। शिकायती पत्र में रवि काना गैंग के गुर्गे द्वारा कार छीन ले जाने का आरोप है। अभी जांच के बाद एक्शन लिया जाएगा।
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