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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

कुम्हार बोले योगी- मोदी भिजवा रहे हैं सुविधाएं अधिकारी लगा रहे हैं पलीता…

प्रांजुल मिश्रा, कानपुर देहात: खादी ग्राम उद्योग योजना के तहत कुम्हारों के लिए सरकार ने चाक की व्यवस्था की। जिससे उनको अपने काम में आसानी मिल सके जो दिए वह हाथों से बनाते है वह उस चाक के माध्यम से बना कर ज्यादा आमदनी कर सकें। लेकिन अधिकारियों की भ्रष्टाचारी की वजह से वह चाक […]

Author Published By : Amit Kasana Updated: Oct 16, 2022 22:55
कानपुर दीए फोटो

प्रांजुल मिश्रा, कानपुर देहात: खादी ग्राम उद्योग योजना के तहत कुम्हारों के लिए सरकार ने चाक की व्यवस्था की। जिससे उनको अपने काम में आसानी मिल सके जो दिए वह हाथों से बनाते है वह उस चाक के माध्यम से बना कर ज्यादा आमदनी कर सकें। लेकिन अधिकारियों की भ्रष्टाचारी की वजह से वह चाक कुम्हारों तक नहीं पहुंची कुम्हारों की चाक के साथ फोटो दो खिंचवा ली गई लेकिन उनको चाक नहीं दी गई।

 

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दिवाली के अब कुछ दिन ही शेष बचे हुए है तो वही कुम्हारों की चॉक ने रफ्तार पकड़ ली है। लगातार हो रही बारिश के चलते कुम्हारों ने अभी तक मिट्टी के दिए नहीं तैयार कर पाए थे। अब जैसे ही कुछ धूप निकली है तो पूरा परिवार दीए बनाने में लग गया है। कुम्हारों ने बताया की बारिश के चलते कुछ भी काम नहीं हो पाया है।अब कुछ धूप निकली है तो काम शुरू किया है।

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इस बार मिट्टी भी नहीं मिल रही है अधिकारियों ने मिट्टी के पट्टे खनन माफियाओं के लिए तो कर दिया है। लेकिन कुम्हारों के लिए पट्टे नहीं किए हैं तो हम लोग मिट्टी खरीद कर दिए बना रहे हैं। जिसकी वजह से इस बार दिए भी महंगे रहेंगे। कुम्हारों ने बताया की खादी ग्राम उद्योग योजना के तहत कुम्हारों के लिए सरकार ने चॉक देने का फैसला किया। जिससे वह लोग जो दिए हाथों से बनाकर कम आमदनी करते थे वही दिए और अन्य मिट्टी के पदार्थ उस चौक के माध्यम से बनाकर ज्यादा आमदनी कर सकें।

जब जनपद में खादी ग्राम उद्योग का प्रोग्राम हुआ सरकार की योजनाओं का लाभ कुम्हारों को मिलने का समय आया तो एक होटल में कार्यक्रम रखा गया। जनपद के अधिकारी सहित कई जनप्रतिनिधि भी पहुंचे और जनपद के कुम्हारों को भी बुलाया गया। बड़े-बड़े भाषण हुए और उनकी चाक के साथ लाभार्थियों की फोटो खींची गई जब वह चाक लेकर खुशी से चलने लगे तो अधिकारियों ने वह चाक रखवा ली और खाली हाथ घर भेज दिया।

कुम्हार ने बताया कि बरसात की वजह से वैसे ही धंधा मंदा है अब कुछ धूप निकली है तो हम पूरे परिवार के साथ काम कर रहे हैं और जो सुविधाएं सरकार हमारे लिए भिजवा रही है। वह अधिकारी हम लोगों तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं उन्होंने बताया कि अधिकारी हम लोगों के लिए मिट्टी के पट्टे भी नहीं करते हैं इसलिए हम लोगों को दोगुनी कीमत में मिट्टी खरीदनी पड़ती है।

जिसकी वजह से हम लोगों को ज्यादा कीमत में मिट्टी के बर्तन बेचने पड़ते हैं। रंजीत ने बताया कि यह चाक हम लोगों ने पैसे देकर बनवाई है। क्योंकि हम पूर्वजों से यही काम करते आ रहे हैं तो अगर सरकार की योजना मिल जाती तो हमें भी आसानी हो जाती योगी मोदी तो हम लोगों के लिए हर सुविधा भिजवा रहे हैं। लेकिन अधिकारियों की भ्रष्टाचारी के वजह से वह योजना हम लोगों तक नहीं पहुंची जिसकी वजह से हम लोगों को रुपए खर्चा करके चाक खरीदनी पड़ी है। जब इस मामले में हमने अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो अधिकारियों ने बात को टालमटोल कर के जिम्मेदारी से किनारा कर लिया।

First published on: Oct 16, 2022 05:47 PM

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