Prayagraj Tragedy: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ के चलते इतना दबाव बढ़ा कि अचानक भगदड़ मच गई। अब तक कई लोगों के घायल और मरने की बात कही जा रही है। कई गंभीर घायलों को सेक्टर 2 में बने हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बिहार के औरंगाबाद से महाकुंभ में स्नान करने पहुंचे सूरज यादव ने इंडिया टुडे को बताया कि हम 12-13 लोग स्नान करने के लिए पहुंचे थे। ऐसी भगदड़ मची कि मेरी मां दबकर मर गई।
एक अन्य श्रद्धालु फूलचंद विश्वकर्मा ने बताया रात को हम नहाकर निकले थे। उधर से गेट खुल गया था। दोनों ओर से पब्लिक थी। लोग एक-दूसरे को रौंद रहे थे। मेरी पत्नी की मौत हो गई थी, मैं भी आधे घंटे तक भीड़ में दबा रहा। औरंगाबाद से पहुंचे एक अन्य यात्री ने इंडिया टुडे को बताया कि कुछ लोग घाट की ओर जा रहे थे। इतने में कुछ लोग पीछे की ओर लौटने लगे। इधर से जा रहे लोगों ने धक्का दिया तो कोई भी बाहर नहीं निकल पाया। भीड़ में लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए।
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बैरिकेडिंग टूटने से मची भगदड़
बता दें कि मौनी अमावस्या के चलते प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी थी। इस दौरान बैरिकेडिंग का एक हिस्सा गिर गया और भगदड़ मच गई। कुछ ही मिनटों में लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़ गए और स्थिति बेकाबू हो गई। भगदड़ की सूचना पर पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स मौके पर पहुंचीं।
अब तक महाकुंभ में 19 करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। बुधवार को मौनी अमावस्या पर ही 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए मेला क्षेत्र में पहुंचे हैं। इस बीच मची भगदड़ ने श्रद्धालुओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
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