Rajasthan Hindi News: राजस्थान विश्वविद्यालय में 865 कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है। जिससे विश्वविद्यालय में आने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संविदा कर्मचारियों ने प्रशासन के सामने 3 सूत्री मांगे रखी है।
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ठेका प्रथा बंद करने की मांग कर रहे कर्मचारी
कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के अुनसार राजस्थान विश्वविद्यालय में स्वीकृत संविदा पदों पर 865 कर्मचारी काम कर रहे है। इनमें से 80 प्रतिशत कर्मचारी 10 साल से ठेके पर लगे हुए हैं। इन कर्मचारियों को 300 रुपए प्रतिदिन से भी कम वेतन मिल रहा है। इससे कर्मचारियों की माली हालत खराब हो गई है।
मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा धरना
संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने बताया कि यूनिवर्सिटी में ठेका प्रथा बंद कर कर्मचारियों को संविदा पर रखा जाए। जिनका प्रति दिन न्यूनतम वेतन 600 रुपए करते हुए महीने में 26 दिन के जगह पर 30-31 दिन काम पर बुलाया जाए। जब तक हमारी इन मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। हमारा सामूहिक कार्य बहिष्कार और अनिश्चतकालीन धरना जारी रहेगा।
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600 रुपए प्रतिदिन किया जाए वेतन
कर्मचारियों की मांग है कि उनका वेतन 600 रुपए प्रतिदिन किया जाए। इसके साथ ही ठेके पर लगे कर्मचारियों को ’संविदा नियम 2022’ में सम्मिलित करें। इसके साथ ही कर्मचारियों का दुर्घटना, मृत्यु बीमा भी किया जाए। कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
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