Maharashtra News: महाराष्ट्र में बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन में रार मच गई है। दरअसल इसका कारण एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के एक विधायक तानाजी सावंत का बयान है। तानाजी सावंत ने गुरुवार को कहा कि वे कभी भी एनसीपी की लीडरशिप को लेकर सहज नहीं रहे, उनकी एनसीपी के साथ कभी नहीं बनी।
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इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि एनसीपी के साथ बैठने भर से शरीर में अजीब सी हरकतें होने लगती हैं। तानाजी ने कहा कि छात्र जीवन से ही मेरी एनसीपी के साथ नहीं बनी। यह सच्चाई है, आज भी जब मैं उनके साथ कैबिनेट में बैठता हूं तो बाहर आकर उल्टी हो जाती है। मैं उन्हें बर्दाश्त ही नहीं कर सकता।
तानाजी के इस बयान पर अजीत पवार की पार्टी एनसीपी के नेता अमोल मितकारी ने कहा कि तानाजी सावंत नाम के जो व्यक्ति हैं, वो विचित्र व्यक्ति हैं। जो व्यक्ति बांध टूटने के लिए केकड़ों को जिम्मेदार मानता हो, वह कुछ भी कह सकता है। अगर एनसीपी के साथ बैठने से पेट में इतना ही दर्द है तो अपनी शुगर मिल के उद्घाटन के लिए पवार साहब को क्यों बुलाया? एनसीपी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पर एक्शन लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह पांचवीं बार है जब महायुति के नेता एनसीपी पर हमला कर रहे हैं। गठबंधन धर्म निभाने की जिम्मेदारी केवल हमारी नहीं है। हमको भी जवाब देने आता है। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत) को लेकर यह बयान एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिया था।
एनसीपी शरद गुट ने खोला मोर्चा
उधर शरद पवार की पार्टी एनसीपी के नेता महेश तपासे ने कहा कि अजीत पवार और उनकी पार्टी में कोई स्वाभिमान नहीं है। शिंदे या बीजेपी के ही इशारे पर उनकी ही सरकार के मंत्री अजित पवार को अपमानित करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। अगर अजीत पवार के अंदर स्वाभिमान है तो सरकार से तुरंत इस्तीफा दें।