MP Shajapur Rape Case: मध्यप्रदेश के शाजापुर में 19 साल की लड़की से हुुए रेप के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में मास्टर माइंड किरण राजपूत ने बताया कि वह महाराष्ट्र की रहने वाली है और उसने मुस्लिम लड़के से शादी की थी। इसके अलावा सिलाई सेंटर में आने वाली लड़कियों का ब्रेन वाॅश करती थी। उन्हें इस्लाम की खूबियां बताती थी। पुलिस फिलहाल मामले में किरण से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है उसने और कितनी लड़कियों को फंसाया है।
मामला 11 अगस्त का है जब कोतवाली क्षेत्र में किला रोड़ स्थित एक घर में हिंदू युवती काे बंधक बनाकर रेप किया गया। मामले में परिवार वालों और हिंदू संगठनों ने जमकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले में चार लोगों को अरेस्ट किया है। मामले में किरण राजपूत की भूमिका शक के घेरे में हैं। उसने युवती से दोस्ती के बाद उसका ब्रेनवाॅश किया था। उसने भी धर्म बदलकर तोसिफ से शादी की थी।
यह है किरण की कहानी
पूछताछ में उसने बताया कि उसकी और जैकी की दोस्ती 4 साल पहले हुई थी। वह काम के सिलसिले में मुंबई आता जाता था उसी दौरान वह किरण के संपर्क में आया। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई और किरण मुंबई छोड़कर शाजापुर आ गई। उसने धर्म बदलकर तोसिफ से शादी कर ली। इसके बाद सिलाई के नाम पर दूसरी महिलाओं को बरगलाने लगी।
ऐसे किरण के संपर्क में आई पीड़िता
पीड़िता पढ़ाई छोड़कर घर में खाली बैठी थी। इस दौरान वह अपनी सहेली के साथ किरण के पास सिलाई सीखने के लिए जाने लगी। किरण ने अपनी दोस्ती पीड़िता के साथ बढ़ाई। वह पूरा दिन उसके साथ गुजारने लगी। इस दौरान वह इस्लाम की खुबियां बताती। किरण ने सोशल मीडिया के जरिए अपने देवर दानिश से उसकी दोस्ती कराई। फिर दोनों किरण के घर पर रोज मिलने लगे। ऐसे में दानिश फिर पीड़िता के घर पर भी आने-जाने लगा। जब पीड़िता के पिता को संदेह हुआ तो उसने इसके बेटी को फटकार लगाई।
घर से नाराज होकर किरण के घर गई थी पीड़िता
इसके बाद पीड़िता ने दानिश से दूरी बनानी शुरू कर दी। 10 अगस्त की सुबह भी दानिश पीड़िता के घर आया तो उसके पिता ने फिर उसे डांट लगाई। पिता की फटकार से नाराज होकर बेटी किरण के घर चली गई। किरण के घर पर उसका पति पति और देवर पहले से ही मौजूद थे। उसने दानिश को भी वहां बुला लिया। इसके बाद किरण मुझे पीछे के कमरे में ले गई और दानिश को मेरा रेप करने के लिए कहा।
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पीड़िता को कराया चंगुल से मुक्त
पीड़िता के घर नहीं लौटने से उसके परिजनों ने 11 अगस्त की थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। घरवालों ने उसकी सहेलियों से पूछताछ की तो किरण का पता चला। जब परिजन किरण के घर पहुंचे तो वह विवाद करने लगी। इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। इसके बाद हिंदू संगठन भी मौके पर पहुंच गए और पीड़िता को कमरे से मुक्त कराया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत करवाया और इस प्रकरण में शामिल दानिश, किरण, जैकी और निक्की को आरोपी बनाया।
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