Madhya Pradesh Regional Industry Conclave: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य के आर्थिक विकास के लिए लगातार काम में जुटी है। इसी के तहत राज्य सरकार की तरफ से जबलपुर में ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने जबलपुर में हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024 में छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले के लिए 15 औद्योगिक परियोजनाओं का वर्चुअली लोकार्पण व भूमिपूजन किया। कार्यपालन अभियंता (एम.पी. ए.के.वी.एन.) इंद्रजीत शुक्ला ने बताया कि औद्योगिक विकास केन्द्र खैरी तायगांव-बोरगांव में यह लोकार्पण व भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
560 करोड़ की सौगात
इस कार्यक्रम में एमपी इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर के अंतर्गत औद्योगिक विकास केन्द्र खैरी-बोरगांव जिला पांढुर्णा की 3 इकाईयों का लोकार्पण, 8 इकाईयों का भूमि पूजन, औद्योगिक क्षेत्र लहगडुआ जिला छिंदवाडा की 1 इकाई का लोकार्पण और 3 इकाईयों के भूमिपूजन को मिलकर कुल 559.60 करोड़ रु की लागत की कुल 15 औद्योगिक परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से भूमिपूजन एवं लोकार्पण प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया।
छिंदवाड़ा की बढ़ेगी रफ्तार
जबलपुर से किए गए वर्चुअल लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान बोरगांव में सांसद बंटी विवेक साहू मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि अब डबल इंजन की सरकार छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले में विकास की रफ्तार दोगुनी करेगी। इन परियोजनाओं में मेसर्स एन.डी.पेपर वर्क्स, मेसर्स यू.के.आर इंडस्ट्रीज जीवा ऑर्गेनिक प्रा. लि, मेसर्स जेडीएस ट्रांसफॉर्मर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स रंगजी फूड प्रोसेसिंग, मेसर्स ऋग्वेद हेल्थ केयर फार्मा प्रा.लि., मेसर्स मे. दिव्य कैलाश फूड्स, मेसर्स केसरिया इंडस्ट्रीज, ऑर्गोसिन्थ केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स गुगनानी इंडस्ट्रीज, मेसर्स आशीर्वाद इंडस्ट्रीज, मेसर्स ए.व्ही.जे.एग्रिको प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स कनेक्ट पैकेजिंग इंटरनेशनल एलएलपी, मेसर्स इंटरपैक पॉलीमर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स एसेन हर्ब्स इंडिया प्रा. लि शामिल हैं।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
सांसद बंटी विवेक साहू ने बताया रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव का उद्देश्य सभी जिलों में छोटे-छोटे उद्योग खोलकर स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का है। इन उद्योगों से जहां स्थानीय स्तर पर ही जरूरत की चीजों का उत्पादन हो सकेगा तो वहीं स्थानीय लोगों को हजारों की संख्या में रोजगार मिलेगा।