Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी सरकार बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) से जुड़े कुछ पूर्व स्वयंसेवकों ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मिली जानकारी के अनुसार, इन्होंने अपने राजनीतिक दल का नाम ‘जनहित पार्टी’ रखा है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस पार्टी ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बढ़ सकती है मुश्किल
मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस से जुड़े कुछ पूर्व स्वयंसेवकों ने एक नया राजनीतिक दल बनाकर चुनाव ऐलान किया है। इस दल का नाम ‘जनहित पार्टी’ रखा गया है। इस पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों की मानें तो वह आगामी विधानसभा चुनाव में जनहित पार्टी से उम्मीदवार भी खड़ा करेंगे।
भाजपा का नुकसान करेगी पार्टी
जनहित पार्टी से जुड़े अभय जैन का कहना है कि पिछले करीब दो दशक से मध्य प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के वोटों में हमारी पार्टी सेंध लगाएगी। उनका कहना है कि वर्ष 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह वहां नहीं थे तो भाजपा को झटका लगा था। इस बार भी ऐसा ही होगा।
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जनहित पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि उनका राजनीतिक दल कुल 230 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा और उन्हें उम्मीद है कि पार्टी बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि उनका लक्ष्य बहुत बड़ा है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सफलता मिली तो पार्टी का विस्तार भी किया जाएगा।
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अभय जैन की मानें तो मध्य प्रदेश में कई वर्षों से सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार से आम जनता असंतुष्ट है। ऐसे में अगर हम चुनाव में आए तो जाहिर तौर पर हिंदू मानसिकता के लोग हमें ही पसंद करेंगे। ऐसे में अगर भाजपा कुछ वोट खोएगी तो इससे कांग्रेस को फायदा होगा।