Digvijay Singh Tweet: इंदौर पुलिस ने कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व प्रमुख एमएस गोलवलकर को लेकर विवादास्पद पोस्ट किया है। इसे लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
स्थानीय वकील और आरएसएस कार्यकर्ता राजेश जोशी की ओर से दायर एक शिकायत के बाद दिग्विजय सिंह के खिलाफ़ धारा 153 ए, 469, 500 और 505 IPC के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। तुकोगंज पुलिस स्टेशन के अधिकारी के मुताबिक, जोशी ने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह ने दलितों, पिछड़े वर्गों, मुसलमानों और हिंदुओं के बीच वैमन्स्य पैदा करके लोगों को उकसाने के लिए गुरुजी (गोलवलकर का लोकप्रिय नाम) के नाम और तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद पोस्टर शेयर किया था।
https://twitter.com/digvijaya_28/status/1677464306202574848
शिकायत में दावा किया गया है कि गोलवलकर पर दिग्विजय सिंह की पोस्ट ने कथित तौर पर संघ कार्यकर्ताओं और पूरे हिंदू समुदाय की धार्मिक मान्यताओं को आहत किया है। वहीं, संघ के एक स्थानीय पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह ने संगठन की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया पर गोलवलकर के बारे में झूठा और अनुचित पोस्ट किया था।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को आरएसएस के चीफ की एक तस्वीर ट्वीट की जिसमें गोवलकर के हवाले से कई विवादास्पद टिप्पणियां थीं। गोलवलकर को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि वे दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को समान अधिकार दिलाने के बजाय ब्रिटिश शासन के अधीन रहना पसंद करेंगे।
आरएसएस ने फोटोशॉप्ट तस्वीर पोस्ट करने का लगाया आरोप
दिग्विजय सिंह के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद आरएसएस के सीनियर पदाधिकारी और इसके प्रचार विभाग के प्रमुख सुनील अंबेकर ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर ‘फ़ोटोशॉप्ड’ तस्वीर पोस्ट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये निराधार है और सामाजिक वैमनस्यता पैदा करने वाला है। उन्होंने कहा कि ‘गुरुजी’ ने कभी ऐसी टिप्पणी नहीं की।
उन्होंने कहा कि गोवलकर का जीवन सामाजिक भेदभाव को दूर करने में बीता। बता दें कि एमएस गोलवलकर सबसे लंबे समय तक आरएसएस प्रमुख रहे और 1940-73 तक संगठन के शीर्ष पर रहे।