Kota Rajasthan hostel seized non-availability of anti-suicide device: कोटा से आत्महत्या की एक और खबर आई है। यहां पीजी में रहने वाले बीटेक के एक छात्र ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। हाल के दिनों में कोटा में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। इसकी ज्यादातर वजह पढ़ाई को लेकर छात्रों में तनाव है। कोटा कोचिंग हब है और यहां देशभर से लाखों की संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं। वहीं कोटा के एक हॉस्टल को सीज कर दिया गया है, क्योंकि इसमें एंटी सुसाइड फैन नहीं लगे थे। एक छात्र की आत्महत्या के बाद आई जांच रिपोर्ट के बाद यह एक्शन लिया गया है।
छात्र ने जिस फंदे से फांसी लगाई थी वहां एंटी सुसाइड डिवाइस नहीं था जबकि सभी हॉस्टल से इसे लगाने को कहा गया है। प्रशासन ने इसके लिए गाइडलाइन जारी कर सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे। कोटा में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए एंटी सुसाइड डिवाइस लगाने का आदेश दिया गया था। लेकिन कई हॉस्टल इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। जिस हॉस्टल को सीज किया गया है उसका नाम कंचन रेजीडेंसी है। यह हॉस्टल कोटा के राजीव गांधी नगर, तलवंडी में है।
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पंखे से लटककर सुसाइड
कोटा में पिछले 11 दिनों में 3 छात्रों ने आत्महत्या की है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के 19 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली है जिसके बाद हॉस्टल सीज हुआ है। यह छात्र राजीव गांधी नगर में कंचन रेजीडेंसी में रहता था। कथित तौर पर उसने 23 जनवरी को हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया।
जिलाधिकारी ने क्या कहा
कोटा के डीएम डॉ. रवींद्र गोस्वामी ने बताया कि छात्रों की सुरक्षा के लिए बनाए गए दिशानिर्देशों का जो हॉस्टल पालन नहीं कर रहे हैं उनपर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया है कि कंचन रेजीडेंसी में 32 कमरे हैं, जिनमें से 10 में छात्र रहते हैं जबकि बाकी खाली हैं। हॉस्टल के मालिक को 5 फरवरी तक 10 छात्रों को किसी अन्य हॉस्टल में भेजने का निर्देश दिया गया है।
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