Father Save Daughter Life Burning Bus : पांच महीने का मामूस बच्चा, जिसे आंखें खोले अभी पांच महीने ही बीते थे, अब लंबी जिंदगी जीएगा। जलती बस से बाहर फेंक उसके पिता ने उसकी जान बचा ली। हादसा, दो दिन पहले दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे पर हुआ था।
दिवाली के त्योहार पर जा रहें थे घर
जानकारी के मुताबिक 45 वर्षीय दिनेश यात्री दिवाली का त्योहार मनाने अपने घर जा रहे थे। पर किसी ने नहीं सोचा था, कि यह उनका आखिरी त्योहार होगा। हादसे का मंजर देखकर हर कोई दुखी हो गया। हरियाणा की साइबर सिटी गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस हाईवे पर बुधवार की शाम तकरीबन 8 बजे बड़ा हादसा हो गया था। बस में फंसे 45 वर्षीय दिनेश ने बस की खिड़की तोड़कर बच्ची को बचाने के लिए बस से बाहर फेंका दिया। लेकिन दिनेश अपनी पत्नी को नहीं बचा पाए।
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डीएनए की जांच कराई जाएगी
दिनेश को उनकी छोटी बेटी की पहचान के लिए बुलाया गया, तो वह शव उनकी बेटी का नही था। उन्होंने बताया कि मुझे जो शव दिखाया वह दीपाली का नहीं था। वह कहीं और होगी। मुझे नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ है। वह किस हाल में होगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट और मृत बच्ची से लिया गया डीएनए सैंपल आगे की जांच के लिए पुलिस को भेज दिया है।
घायलो को अस्पताल पहुंचाया
बस उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के लिए रवाना हुई थी। रात करीब 8:20 बजे सेक्टर 31 फ्लाईओवर पर उसमें आग लग गई। श्री राम एंड संस ट्रैवल्स द्वारा संचालित स्लीपर कोच में 40 यात्री थे और उनमें से कुछ ने 5 किलोग्राम गैस सिलेंडर लादे थे। आशंका है कि उन्हीं सिलेंडरों से आग लगी होगी।इस घटना में दो यात्रियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। घायलों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।