Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में माच्छू नदी पर बना करीब 140 साल पुराना सस्पेंशन ब्रिज रविवार शाम को गिर गया था जिससे 141 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती जांच में पुल के गिरने के पीछे भीड़ को कारण बताया जा रहा है। वहीं एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फोटो में लोहे का एक टूटा तार दिख रहा है। कहा जा रहा है कि यह वो तार है जिससे पुल को नदी के दोनों छोर से जोड़ा गया था। पुल पर अधिक लोगों के भार होने के चलते ये तार टूट गया जिससे पुल नदी में जा गिरा।
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मोरबी के नागरिक निकाय के प्रमुख ने दावा किया है कि अधिकारियों की अनुमति के बिना पुल को फिर से खोल दिया गया था। इस मामले में आईपीसी की धारा 304, 308 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार एजेंसी में शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है लेकिन इसमें किसी का नाम नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि हादसे में जो भी शामिल होगा उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
हमारी अनुमति के बिना खुला पुल : मोरबी नगर निगम अधिकारी
मोरबी नगर निगम के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला ने कहा कि नवनिर्मित केबल ब्रिज को बिना आधिकारिक अनुमति के खोला गया। इसे 26 अक्टूबर को जनता के लिए खोल दिया गया था।
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मौतों का जिम्मेदार कौन : कांग्रेस
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्विटर पर गुजरात में हुई त्रासदी की निंदा की और पूछा, “90 लोगों की मौत, 100 घायलों के लिए कौन जिम्मेदार है?” उन्होंने यह भी कहा कि मोरबी नगर मुख्य अधिकारी का हवाला देते हुए मोरबी पुल को आधिकारिक अनुमति के बिना खोला गया था।
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