Gujarat Ambaji Temple Holika Dahan: पूरे देशभर में होली के त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इसी के साथ गुजरात के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल अंबाजी मंदिर में भी होली को लेकर खास तैयारियां शुरू हो गई हैं। मालूम हे कि अंबाजी मंदिर में होली के त्योहार का बहुत ही खास महत्व है। इस दिन दूर-दूर से भक्त अम्बाजी के दर्शन के लिए आते हैं। इस साल फाल्गुन सुद पूनम दो भागों में विभाजित होने के कारण श्रद्धालुओं में काफी असमंजस की स्थिति है।
अंबाजी मंदिर में कब होगा होलिका दहन?
इसलिए अंबाजी मंदिर की ओर से होलिका दहन कब किया जाएगा, इसकी जानकारी दी गई है। बता दें कि फाल्गुन सुद पूर्णिमा की 13 मार्च को सुबह 10.35 बजे से शुरू हो रही है और पूर्णिमा अगले दिन 14 मार्च को दोपहर 12.23 बजे पूर्ण होगी। फाल्गुन सुद पूनम भले ही 14 मार्च को है, लेकिन अंबाजी में होलिका दहन 13 मार्च को होगा। फाल्गुन सुद पूनम 13 मार्च की दोपहर से शुरू होग और 14 मार्च की दोपहर को समाप्त होगी। क्योंकि होलिका दहन शाम को होती है, इसलिए होलिका दहन 13 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन के बाद अंबाजी मंदिर में शाम की आरती होगी। 14 मार्च की पूर्णिमा उन भक्तों के लिए मान्य होगी जो नियमित रूप से अंबाजी में पूर्णिमा मनाते हैं।
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क्या बोलें अंबाजी मंदिर के भट्टजी महाराज?
अंबाजी मंदिर के भट्टजी महाराज भतर पाढिया ने बताया कि अंबाजी मंदिर की पूनम आरती 14 मार्च को सुबह 6 बजे की जाएगी। इस प्रकार अंबाजी आने वाले तीर्थयात्रियों को दो पूनम आरती और व्रत की पूनम का लाभ मिलेगा। जो लोग अंबाजी मंदिर में पूनम की पूजा करने आएंगे, उनके लिए पूनम 14 मार्च को मानी जाएगी। इस बार अंबाजी में होली फाल्गुन सुद पूर्णिमा से एक दिन पहले यानी 13 मार्च को शाम 07.00 बजे जलाई जाएगी। इसके साथ ही अंबाजी मंदिर में शाम 6.30 बजे होने वाली आरती भी होली जलाने के बाद ही की जाएगी। वहीं, अंबाजी मंदिर की पूनम आरती 14 मार्च को सुबह 6 बजे की जाएगी। इसी तरहब अंबाजी आने वाले तीर्थयात्रियों को दो पूनम आरतियों का लाभ मिलेगा, तथा व्रत और अंबाजी मंदिर में पूनम करने आने वालों की पूनम 14 मार्च को मानी जाएगी।