Gujarat News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पहल ‘उड़े देश का आम नागरिक’ यानी UDAN योजना के तहत गुजरात ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पिछले 8 साल में इस योजना के तहत राज्य में 6 क्षेत्रीय हवाई अड्डों पोरबंदर, कांडला, केशोद, जामनगर सिविल एन्क्लेव, भावनगर और मुंद्रा का सफलतापूर्वक संचालन शुरू किया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS) UDAN को आम नागरिकों के लिए किफायती हवाई यात्रा और शहरों के बीच सुगम संपर्क को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस योजना के अमलीकरण में विशेष ध्यान दिया है।
क्षेत्रीय हवाई अड्डों से 7.93 लाख से अधिक यात्रियों ने लिया हवाई यात्रा का आनंद लिया है। RCS-UDAN पहल ने गुजरात में हवाई यातायात को उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा दिया है। GUJSIAL के आंकड़ों के अनुसार अब तक (2017 से नवंबर 2024 तक) 7.93 लाख से अधिक यात्रियों ने क्षेत्रीय हवाई अड्डों से हवाई यात्रा का आनंद लिया है। इन हवाई मार्गों में प्रमुख मार्गों जैसे मुंबई-कांडला, अहमदाबाद-मुंद्रा, अहमदाबाद-दीव और सूरत-दीव की उड़ानें शामिल हैं। हाल ही में इस नेटवर्क में अहमदाबाद-केशोद, अहमदाबाद-जलगांव और अहमदाबाद-नांदेड़ जैसे मार्ग भी जोड़े गए हैं, जिससे गुजरात की क्षेत्रीय हवाई संपर्क यात्रा और बेहतर हो गई है।
प्रतिबद्धता से काम कर रही सरकार
गुजरात में RCS-UDAN योजना के क्रियान्वयन पर जानकारी देते हुए गुजरात सरकार के नागरिक उड्डयन आयुक्त डॉ. धवल पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में RCS-UDAN पहल के तहत गुजरात में विमानन अवसंरचना और हवाई संपर्क में सुधार के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार क्षेत्रीय हवाई अड्डों के लिए विभिन्न सुविधाओं और प्रोत्साहनों के साथ-साथ MRO (Maintenance, Repair, and Overhaul) और फ्लाइंग ट्रेनिंग क्षेत्रों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए भी निरंतर प्रयासरत हैं।
गुजरात सरकार ने VGF, अग्नि और सुरक्षा सेवाओं के लिए 184 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। गुजरात सरकार ने RCS-UDAN के तहत बने 6 क्षेत्रीय हवाई अड्डों पर 2017 से नवंबर 2024 तक 20% वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) और अग्नि व सुरक्षा सेवाओं के लिए लगभग 184 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय हवाई अड्डों का इन्फ्रास्ट्रक्टरल कॉस्ट केंद्र सरकार द्वारा वहन की जाती है। साथ ही राज्य सरकार की ओर से जारी VGF यानी वायाबिलिटी गैप फंड और अन्य आकर्षक आर्थिक प्रोत्साहनों से राज्य में क्षेत्रीय हवाई यात्राओं के संचालन में काफी मदद हो रही है।
क्षेत्रीय हवाई यात्रा के तहत संचालित हवाई मार्गों के लिए राज्य सरकार की VGF पहल के अंतर्गत विशेष आर्थिक छूट का प्रावधान दिया जाता है। इस वजह से छोटी एयरलाइंस इन मार्गों में हवाई यात्राएं शुरू करने के लिए प्रोत्साहित हो रही हैं। वर्तमान में सूरत-अहमदाबाद, सूरत-राजकोट और सूरत-अमरेली सहित 5 मार्गों पर चल रही उड़ानों के लिए राज्य सरकार की ओर से VGF यानी वायाबिलिटी गैप फंड की सुविधा दी जा रही है। VGF की वजह से इन मार्गों में अब तक 1.06 लाख से अधिक यात्रियों ने किफायती किराए पर हवाई यात्रा का आनंद लिया है।
वाटर एयरोड्रोम परियोजना पर काम जारी
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और साबरमती रिवरफ्रंट में वाटर एयरोड्रोम से हवाई सेवाओं को पुनः शुरू करने पर काम जारी है। यह महत्वाकांक्षी वाटर एयरोड्रोम परियोजना है। इसके अलावा RCS और राज्य VGF योजना, दोनों के तहत अतिरिक्त मार्ग लॉन्च करने की योजनाएं भी प्रगति पर हैं। जिसके तहत वडोदरा, राजकोट, अंबाजी और पालीताणा जैसे शहरों को जोड़ा जाएगा। RCS-UDAN योजना के तहत जारी इन प्रयासों से गुजरात का संपूर्ण विमानन पारिस्थितिकी तंत्र आने वाले समय में और बेहतर होगा। ये परियोजनाएं राज्य के पर्यटन व आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी।