Gujarat BJP State President Candidates Candidates (भूपेंद्र सिंह ठाकुर, अहमदाबाद): प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ के बाद अब गुजरात की राजनीति में सबसे बड़ा सवाल ये है कि मोदी कैबिनेट में पाटिल की एंट्री के बाद नया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा? 2009 से लगातार चौथी बार नवसारी सीट जीतने वाले सीआर पाटिल अपने 35 साल के राजनीतिक करियर में पहली बार केंद्र में मंत्री बन रहे हैं। इसी के साथ गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की सीट खाली हो गई है। अब इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि गुजरात में बीजेपी का नया अध्यक्ष कौन होगा।
गुजरात में फिलहाल सीआर पाटिल गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष हैं और कार्यकर्ताओं के बीच सीआर पाटिल की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है। पाटिल के नेतृत्व में ही गुजरात बीजेपी ने स्थानीय निकाय चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ कई रिकॉर्ड बनाये हैं। पाटिल के नेतृत्व में ही बीजेपी ने विधासभा चुनाव में 156 सीट हासिल कर पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बहरहाल अब बीजेपी किसे गुजरात की बागडोर सौंपेगी ये बड़ा सवाल है।
दावेदारों की रेस में इन सभी नेताओं के नाम
एक थ्योरी यह है कि नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए किसी ओबीसी, आदिवासी या क्षत्रिय चेहरे को मौका मिल सकता है। उत्तर गुजरात में कांग्रेस की मजबूत हो रही स्थिति को देखते हुए बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष उत्तर गुजरात से कोई ओबीसी चेहरा भी हो सकता है। वो फिर ठाकोर समुदाय का या फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री देवूसिंह चौहान, जिन्हें इस बार मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला, उन का नाम भी ओबीसी चेहरे के तौर पर हो सकता है , साथ ही पिछड़ी जाति में ही विनोद चावड़ा के नाम की भी चर्चा है तो वही इस बार रुपाला को मंत्री ना बनाकर क्षत्रिय समुदाय को खुश करने की कोशिश के साथ क्षत्रिय समुदाय से आई के जाडेजा भी प्रदेश अध्यक्ष के रेस में माने जा रहे हैं।
गुजरात भाजपा के संगठन में भी बदलाव की उम्मीद
नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि जिन्हे केंद्र या राज्य के मंत्री मंडल में स्थान न मिला हो ऐसे समुदाय को प्राथमिकता दी जाए। बहरहाल बीजेपी में अक्सर एक सरप्राइज एलिमेंट रहता है इसीलिए इस बात की भी पूरी संभावना है कि कोई ऐसा नाम भी सामने आये जिसके बारे में कोई चर्चा न हुई हो या किसी ने कयास न लगाया हो। प्रदेश अध्यक्ष के साथ गुजरात बीजेपी संगठन में किसी भी वक्त बदलाव की संभावना ज्यादा है। इसके अतिरिक्त, नए चेहरों के महासचिव के महत्वपूर्ण पदों को भरने की संभावना है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले पहले ही दो महासचिवों को हटा दिया है। गुजरात भाजपा में महासचिव के चार पद हैं और संगठन के भीतर बड़े बदलाव की उम्मीद है। इसके अलावा वडोदरा, मोरबी और राजकोट में हुई त्रासदी के बाद सरकार और संगठन की छवि खराब हुई है, जिसके चलते अब बीजेपी आलाकमान कोई कठोर कदम उठा ले तो आश्चर्य नहीं होगा