Gujarat Bhupendra Patel Govt: गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार इन दिनों राज्य के ज्यादातर शहरों को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित कर रही है। इसी मिशन के तहत पोरबंदर शहर और जिले के कई इलाको को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। पोरबंदर में कई सारी जगाहे घूमने लायक है, यह पूरा इलाका पानी से घिरा हुआ हैं। इसलिए यहां सर्दियों के दौरान कई विदेशी पक्षी मेहमान बनने आते हैं, इस दौरान कई पक्षी प्रेमी भी यहां आते हैं।
सुकाला झील का सौंदर्यीकरण
पोरबंदर-छाया नगर पालिका ने पोरबंदर से 7 किमी दूर कोलिखाड़ा गांव के पास स्थित पौराणिक सुकाला झील का सौंदर्यीकरण करने का फैसला लिया है। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ चेतनाबेन तिवारी ने बताया कि करोड़ों रुपये की लागत से सूखी झील का विकास किया जाएगा। इस झील को राजकोट के अटल सरोवर का स्वरूप तैयार किया जाएगा। इंजीनियर्स ने इसका डिजाइन तैयार कर लिया है और अब अनुमान तैयार किया जा रहा है।
सामान्य बोर्ड से मिली मंजूरी
नगर पालिका की सामान्य बोर्ड में इसे मंजूरी दे दी गई है। आने वाले सालों में पोरबंदर-छाया के लोगों को सूखी झील का तोहफा मिलेगा। पोरबंदर को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए सरकार की तरफ से कई कोशिश की जा रही हैं। बरदा जंगल सफारी का शुभारंभ हो गया है, मोकरसा सागर वेटलैंड विकास कार्य शुरू हो गया है। अब सुकुला झील को भी राजकोट के अटल सरोवर की तरह बनाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: Gujarat Weather: गुजरात में कब से बढ़ेगी ठंड, 15 जिलों में बढ़ता तापमान, पढ़ें मौसम विभाग का अपडेट?
अर्थव्यवस्था को होगा फायदा
चोपाटी के बाद अब नगर पालिका सूखी झील का सौंदर्यीकरण करेगी, जिससे आसपास के क्षेत्रों में होटल-रेस्तरां और अन्य छोटे व्यवसायों को रोजगार मिलेगा और पोरबंदर की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। द्वारका-सोमनाथ बाइपास पर स्थित कोलिखाड़ा के पास स्थित सुकाला झील के सौंदर्यीकरण को अब नगर पालिका ने मोकर सागर वेटलैंड के विकास में शामिल करने का निर्णय लिया है। पोरबंदर के घुघवाता सागर के तट पर चोपाटी में अक्सर यहां के लोकल लोग घूमने आते हैं।