Congress President Election: कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नामांकन पर्चे जमा कराने का नजारा राजस्थान में अशोक गहलोत समर्थक विधायकों के लिए कुछ बड़ी राहत लेकर आया है। क्योंकि सीएम गहलोत मलिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बने हैं और उनके साथ पर्चा जमा करवाने भी पहुंचे हैं।
दरअसल राहत इस लिहाज से समझा जा रहा था कि रविवार की बैठक में हुई अनुशासनहीनता के बाद कांग्रेस आलाकमान गहलोत से नाराज है, लेकिन मलिकार्जुन खड़गे के नामांकन के दौरान अशोक गहलोत की मौजूदगी और प्रस्तावक के रूप में उनके हस्ताक्षर यह संकेत दे रहे हैं कि अभी भी गहलोत आलाकमान की नजरों से पूरी तरह नहीं उतरे हैं।
भले ही इस संकेत से गहलोत समर्थक कैंप थोड़ी राहत ले रहा है, लेकिन अशोक गहलोत के लिए कशमकश की स्थिति है, क्योंकि पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में होने वाली सीएलपी की बैठक में भाग ना लेकर समानांतर बैठक आयोजित करने को आलाकमान ने अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखकर उनके तीन बड़े समर्थक नेताओ को नोटिस जारी किया है।
इनमें से दो नेता मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी पिछले चार दशकों से भी अधिक वक्त से कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही माने जाते रहे हैं और अशोक गहलोत के भी नजदीकी रहे हैं। जबकि धर्मेंद्र राठौड़ को इस वक्त अशोक गहलोत का सबसे नजदीकी माना जाता है। ऐसे में अशोक गहलोत इन पर लटकी तलवार से इन्हें किस कदर बचा पाएंगे, इसी को लेकर गहलोत के सामने सबसे बड़ी कशमकश भी है।
वहीं सीएम गहलोत ने भी ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है, “मल्लिकार्जुन खड़गे जी के कांग्रेस अध्यक्ष हेतु नामांकन भरने से पहले अंबिका सोनी जी, पवन बंसल जी, आनंद शर्मा जी, भूपेंद्रसिंह हुड्डा जी, मुकुल वासनिक जी, पृथ्वीराज चव्हाण जी,अविनाश पांडे जी, मनीष तिवारी जी, राजीव शुक्ला जी,रघुवीर मीणा जी आदि वरिष्ठ नेताओं के साथ AICC मुख्यालय में।”
Mallikarjun Kharge के अनुभव का लाभ पूरी Congress को मिलेगा, हमें इस बात की बहुत खुशी है: Gehlot
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