Chhattisgarh Poultry Promotion Scheme: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार में पशुधन विकास विभाग मंत्रालय की ओर से छत्तीसगढ़ कुक्कुट पालन प्रोत्साहन योजना शुरू करने के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। सीएम बघेल द्वारा 15 अगस्त 2023 को इस नवीन योजना को शुरू करने की घोषणा के परिपालन में 1 करोड़ रुपये आकस्मिकता निधि से अग्रिम स्वीकृति दी गई है। योजना के अंतर्गत कुक्कुट पालन शुरू करने वाले उद्यमियों को स्ववित्तीय अथवा बैंक ऋण से व्यवसायिक इकाई स्थापित करने पर 5 वर्ष के लिए स्थाई पूंजी निवेश अनुदान दिया जाएगा।
दिया जा रहा है अनुदान
पशुधन विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई इस योजना में विकसित और विकासशील विकासखण्डों में कुक्कुट पालन इकाइयों की स्थापना के लिए 25 से 40 फीसदी तक पूंजी निवेश अनुदान दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि ब्रायलर, देशी कुक्कुट और रंगीन कुक्कुट इकाइयों की स्थापना के लिए ‘अ’ श्रेणी क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के हितग्राही को 25 फीसदी तथा अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही के लिए स्थाई पूंजी निवेश पर 30 फीसदी की छूट दी जाएगी। इसी तरह ‘ब’ श्रेणी क्षेत्र के सामान्य हितग्राही को 35 फीसदी और अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थाई पूंजी निवेश पर 40 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा।
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इसी तरह कुक्कुट लेयर और पेरेंट कुक्कुट इकाई के लिए ‘अ’ श्रेणी क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के हितग्राही को 25 फीसदी तथा अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थाई पूंजी निवेश पर 30 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा। इसी प्रकार ‘ब’ श्रेणी क्षेत्र के सामान्य हितग्राही को 35 फीसदी और अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही के लिए स्थाई पूंजी निवेश पर 40 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा।
8 लाख परिवार कर रहे हैं व्यवसाय
प्रदेश में कुल 8 लाख परिवार कुक्कुट पालन करते हैं, जिनके पास 187.12 लाख पक्षीधन है और लगभग 7 हजार 522 क्रियाशील ब्रायलर तथा 167 लेयर इकाइयां स्थापित हैं। व्यावसायिक इकाइयों में 136.03 लाख कुक्कुट पाले जा रहे हैं तथा कुक्कुट पालन व्यवसायिक गतिविधियों में प्रत्यक्ष रूप से 2 लाख और अप्रत्यक्ष रूप से 14 लाख छोटे-बड़े व्यवसायी जुड़े हुए हैं।