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Kartik Purnima 2024: शनि दोष समेत साढ़ेसाती-ढैय्या से छुटकारा पाने के लिए करें ये उपाय, जल्द मिलेगी राहत!

Kartik Purnima Upay: कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक विशेष उपाय करने से प्रत्येक व्यक्ति को शनि दोष समेत साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल सकती है। चलिए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और प्रभावशाली उपायों के बारे में।

Author Edited By : Nidhi Jain Updated: Nov 14, 2024 12:48
Kartik Purnima Upay

Kartik Purnima Upay: सनातन धर्म के लोगों के लिए साल में आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है, जिस दौरान देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने से साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। साल की 12 पूर्णिमा तिथि में कार्तिक पूर्णिमा को सबसे पवित्र माना जाता है, जो कार्तिक माह के दौरान आती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान, जरूरतमंद लोगों को दान और दीपदान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक विशेष उपाय करने से कर्मफल दाता शनि के क्रोध से भी बचा जा सकता है।

चलिए जानते हैं शनि दोष समेत साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा पाने के अचूक उपाय के बारे में, जिसे कार्तिक पूर्णिमा के दिन करना ही जरूरी होता है।

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2024 में कब है कार्तिक पूर्णिमा?

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक पूर्णिमा तिथि का आरंभ 15 नवंबर को प्रात: काल 06 बजकर 19 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। उदयातिथि के आधार पर इस बार 15 नवंबर 2024 को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी।

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कार्तिक पूर्णिमा 2024 के शुभ मुहूर्त

  • स्नान-दान मुहूर्त- प्रात: काल 04:58 से लेकर सुबह 05:51 तक
  • देव दीपावली पूजा मुहूर्त- शाम 05:10 से लेकर रात 07:47 तक
  • लक्ष्मी पूजन मुहूर्त- देर रात 11:39 से लेकर 16 नवंबर को सुबह 12:33 मिनट तक
  • चंद्रोदय समय- शाम 04:05

शनि दोष से बचने का उपाय

कार्तिक पूर्णिमा के दिन नहाने के पानी में गंगाजल और काले तिल डालकर स्नान करें। स्नान करने के बाद भगवान विष्णु और शनि देव की पूजा करें। शनि के मंत्रों का तीन या 5 बार जाप करें। साथ ही उन्हें काले तिल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ये उपाय करने से साधक को शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा कुंडली में चांडाल दोष और पितृ दोष का प्रभाव भी कम हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Nov 14, 2024 12:48 PM

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