---विज्ञापन---

थम जाएगी उम्र, पास भी नहीं फटकेगा बुढ़ापा, आज से ही शुरू कर दें ये 2 योग

Yoga For Reducing Effects Of Aging: उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियों की डेंसिटी घटने लगती है। मांसपेशियां की ताकत और लचक भी कम हो जाती है। इसके अलावा इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिससे बीमारियां बढ़ती हैं। ऐसे में बढ़ती उम्र में हेल्दी रखने वाले तरीकों को जानना जरूरी है। आइए जान लेते हैं ये दो योग जो फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को ही बेहतर बना सकते हैं। 

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Jun 7, 2024 10:41
Share :

Yoga For Reducing Effects Of Aging: आज की भागती-दौड़ती लाइफ में हर कोई हेल्दी और फिट दिखना चाहता है, जवां दिखने के साथ-साथ सुंदर भी दिखना चाहता है। लेकिन समय के साथ-साथ उम्र का बढ़ना तो प्रकृति का नियम है, जिसे कोई चेंज नहीं कर सकता है। लेकिन कुछ लोग चाहते हैं कि उनकी बढ़ती उम्र थम जाए, चेहरे पर झुर्रियां नजर न आएं। ऐसे में कई लोग तरह कई तरह की एक्टिविटी करते हैं और कुछ तो तरह तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा डाइट में कई तरह के बदलाव भी करते हैं और इस चक्कर में अक्सर कई सारी समस्याएं भी बढ़ती हैं।

इसलिए आपको जरूरत है कुछ नेचुरल मेथड को अपनाने की, जो बढ़ती उम्र पर लगाम लगा सके। इसमें आपके लिए योग से बढ़कर कुछ नहीं है। योग में इतनी ताकत होती है कि आप हेल्दी रहने के साथ-साथ फिट रह सकते हैं और कई बीमारियों से बचाव भी होता है। इसके अलावा आपका चेहरा भी लंबे टाइम तक ग्लोइंग बना रहता है। इसलिए योग को अपनी रुटीन में जरूर फॉलो करें। तो चलिए आज आपको इन 2 योग के बारे में बताते हैं,जिससे आपकी बढ़ती उम्र में भी आप जवां बने रह सकते हैं।

---विज्ञापन---

गोमुखासन (Gomukhasana) 

Premium Photo | Beautiful athletic girl in a black suit doing yoga gomukhasana asana pose cow's head Isolated on white background

कैसे करना है

इस योग को करने के लिए अपने पैर फैलाकर बैठें। बाएं पैर को दाएं घुटने के नीचे मोड़ें, ऐसे ही दाएं पैर को बाएं घुटने के ऊपर मोड़ें। एड़ियां हिप के पास होनी चाहिए। दायां हाथ सिर के ऊपर सीधा उठाएं, उसे पीछे की ओर मोड़ें। दूसरे हाथ को पीछे की ओर ले जाएं, उंगलियों को आपस में मिलाएं। सिर को सीधा रखते हुए मुंह सामने की ओर रखें। कुछ सेकंड तक रुकें। अब दूसरे पैर और हाथ से दोहराएं।

---विज्ञापन---

क्या लाभ मिलता है

रीढ़ में लचीलापन बढ़ता है। इसके अलावा मांसपेशियों की हार्डनेस को कम करता है। पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है। शोल्डर, पीठ दर्द से राहत देता है। एक्टिव लाइफस्टाइल को बढ़ावा देता है, जो अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है।

दीवार के सहारे विपरीतकरणी (With The Help Of Wall Opposite Surd)

Image Credit: Ekhart Yoga

कैसे करना है

घुटनों को मोड़कर चटाई पर लेट जाएं और पैरों को दीवार से धीरे-धीरे सटा लें। पैर जमीन के समान हों। अब सांस लेते हुए हिप्स को जमीन से जितना हो सके ऊपर उठाने की कोशिश करें। अब पैरों को एक-एक कर जितना हो सके उतना ऊपर ले जाएं। हाथों का सहारा ले सकते हैं। सांस छोड़ते हुए अपनी पहले वाली पोजीशन में आ जाएं।

क्या लाभ मिलता है

हाथों, कंधों और रीढ़ को मजबूत करता है। पॉश्चर को ठीक करता है। इससे दिमाग तक ब्लड फ्लो बढ़ता है। दिल की सेहत सुधारती है जो कि उम्र बढ़ने के साथ सेहत ठीक रखने के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा कमजोर मांसपेशियों में चोट का खतरा कम होता है।

ये भी पढ़ें- उत्तराखंड के पहाड़ों पर ट्रेकिंग का है प्लान? गलती से भी ये 6 चीजें ले जाना न भूलें 

 

HISTORY

Edited By

Deepti Sharma

First published on: Jun 07, 2024 10:41 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें