Relationship Tips: क्या आपको कभी किसी से प्यार हुआ है? क्या आपको ऐसा लगा है कि वो प्यार नहीं सिर्फ अटैचमेंट है? कई बार अपनी फीलिंग को समझ पाना बहुत मुश्किल होता है और इसका जवाब हम खुद भी नहीं जान पाते है। समय के साथ ये चीजें बहुत ही परेशान भी करती है, लेकिन ये समझना बहुत जरूरी होता है कि आप उस इंसान से प्यार करते हैं या फिर ये उसके लिए सिर्फ एक अटैचमेंट है। दरअसल, प्यार और अटैचमेंट दोनों में बहुत अंतर होता है और कुछ लोग इसको समझ नहीं पाते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर प्यार और अटैचमेंट में क्या अंतर होता है। चलिए जान लेते हैं….
जानें प्यार और अटैचमेंट में अंतर
प्यार सच के साथ आता है, जबकि अटैचमेंट मतलबी और स्वार्थी हो सकता है। यह जानना बेहद जरूरी है कि हम अपने भावनाओं के पीछे की सच को समझें और यदि हम व्यक्ति के साथ सही प्रकार से जुड़े हैं, तो हम प्यार की गहराई में जा सकते हैं। अटैचमेंट एक शुरूआती पिक्चर हो सकता है लेकिन प्यार एक एहसास होता है इसको शब्दों में नहीं बया किया जा सकता हैं, प्यार में हम सारे बंधन तोड़ देते हैं और अपने पार्टनर के प्रति सच्चे हो जाते हैं।
प्यार निस्वार्थ होता है, लगाव में होता है स्वार्थ
अगर जब आप किसी के प्यार में होते हैं, तो आपका ध्यान पार्टनर की खुशी में रहता है। अपने पार्टनर की खुशी में आप खुश रहते है। सबसे बड़ी बात प्यार में आप कभी झूठ नहीं बोलते हैं कि हमेशा एक दूसरी की केयर करते है। प्यार में आप किसी भी परिस्थिति में ब्लैकमेल नहीं करते है, एक दूसरे को समझते है उसकी दिल की बातें समझते हैं। उन्हें कभी भी भटकाने की कोशिश नहीं करते हैं।
एक दूसरे के लिए भरोसा
प्यार की लीव एक भरोसा है। जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आप आजाद महसूस करते हैं। आसान भाषा में कहें तो प्यार में कोई बंधन नहीं होता है। प्यार में आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और आपका पार्टनर हर कदम पर आपका साथ देता है।
प्यार में किसी प्रकार की नहीं होती जलन
अगर आपका साथी आपसे सच्चा प्यार करता है, तो आपके सक्सेस पर वह खुश होता है। वहीं, अटैचमेंट में साथी में जलन की भावना आ जाती है। ऐसे में वह हर बात पर खुद को आपसे कंपेयर करता है।
प्यार में आप अहंकार नहीं दिखाते
अगर आप एक रिश्ते में होते हैं, तो आपके प्यार में अहंकार कम कही हद तक काम हो जाता है। साथ ही आपके विकास को भी बढ़ावा देता है। अगर हम अपने पार्टनर से प्यार करते है तो, हम स्वार्थी नहीं होते हैं, बल्कि अपने प्यार को मोटीवेट करते हैं। वहीं, अटैचमेंट पर रिश्ते आमतौर पर अहंकार पर हावी होते हैं। यही कारण है कि कई लोग अपने रिश्तों से नखुश होतें हैं।
प्यार और लगाव के बीच काफी फर्क होता है। इसे समझना काफी मुश्किल होता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि प्यार में कभी भी अपने आत्म सम्मान को चोट न पहुंचाएं। अगर आपको अपने रिश्ते में किसी भी तरह की परेशानी है, तो इसे जल्द से जल्द सुधारने की कोशिश करें।