Uniform Civil Code: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को समान नागरिक संहिता को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यूसीसी (Uniform Civil Code) को लागू करने का समय आ गया है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि यूसीसी के कार्यान्वयन में कोई भी देरी हानिकारक होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आईआईटी गुवाहाटी के 25वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया। कहा कि राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत (डीपीएसपी) देश के शासन में मौलिक हैं और उन्हें नियमों में बनाना राज्य का कर्तव्य है।
भारत विरोधी बयान देने वालों पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि कई डीपीएसपी (उदाहरण के लिए पंचायतें, सहकारी समितियां और शिक्षा का अधिकार) पहले ही कानून में तब्दील हो चुके हैं। इस बीच भारत की छवि को धूमिल करने के प्रयासों और “राष्ट्र-विरोधी बयानों के बार-बार सामने आने पर धनखड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत-विरोधी बयान देने वालों को प्रभावी ढंग से खारिज किया जाए।
उपराष्ट्रपति ने यह भी बताया कि किसी भी विदेशी संस्था को हमारी संप्रभुता और प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। उपराष्ट्रपति ने भारत को सबसे पुराना, सबसे बड़ा, सबसे कार्यात्मक और जीवंत लोकतंत्र बताते हुए कहा कि हम आज वैश्विक शांति और सद्भाव को स्थिरता दे रहे हैं। हम अपने समृद्ध, फलते-फूलते लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थानों पर आंच नहीं आने दे सकते।
यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले सीएम धामी, उत्तराखंड UCC ड्राफ्ट पर ‘खास चर्चा’
उपराष्ट्रपति बोले- भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरी टॉलरेंस
उन्होंने कहा कि अब भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार अलोकतांत्रिक है, भ्रष्टाचार खराब शासन है, भ्रष्टाचार हमारे विकास को रोकता है। जबकि भ्रष्टाचार मुक्त समाज आपके विकास पथ के लिए सबसे सुरक्षित गारंटी है।
इस दौरान उपराष्ट्रपति धनखड़ ने परोक्ष रूप से विपक्ष पर निशाना साधा। कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े जाने पर कुछ लोग कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेने के बजाय सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते हैं। उपराष्ट्रपति ने छात्रों से भारतीय होने और इसकी ऐतिहासिक उपलब्धियों पर गर्व करने को भी कहा। उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रशंसा की और कहा कि कार्य, दृष्टि और कार्यान्वयन असम के सीएम में निहित है।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
Edited By