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1 दो नहीं 7 बार सोनम-राज ने रची थी साजिश, पहले 2 प्लान हो जाते सफल तो ना जाती राजा की जान

राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश सोनम और राज ने मिलकर रची थी। मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या से पहले कई बार योजना बनाई गई लेकिन बार-बार प्लान फेल होते रहे। आखिरकार 23 मई को शिलांग में हत्या को अंजाम दिया गया।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Jun 13, 2025 22:59
Sonam and Raja Raghuwanshi
राजा रघुवंशी के सोनम और राज (फोटो सोर्स-सोशल मीडिया)

राजा रघुवंशी की हत्या सोनम और राज ने मिलकर करवाई है। मेघालय पुलिस अब परत दर परत इस मामले की तहकीकात कर रही है और उनकी पूरी प्लानिंग को समझने में जुटी है। अब तक की जांच में सोनम और राज की कई खौफनाक साजिशें सामने आ चुकी हैं। दोनों ने मिलकर एक-दो नहीं बल्कि कई प्लान बनाए थे। पहले राजा को गुवाहाटी में मारने का प्लान बनाया गया, लेकिन वह फेल हो गया। इसके बाद शिलांग में भी कई प्लान फेल हुए, लेकिन अंत में उन्हें मौका मिल ही गया।

पहला प्लान

सोनम, राज से ही शादी करना चाहती थी लेकिन उसके पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। पिता दिल के मरीज थे, इसलिए वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती थी जिससे उन्हें हार्ट अटैक आ जाए। ऐसे में वह फरवरी से ही योजना बना रही थी। पहला प्लान था कि वह नदी में बहती हुई दिखेगी, लेकिन ऐसा वह कर नहीं पाई क्योंकि वहां कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगे थे और भीड़ की वजह से यह करना संभव नहीं था।

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दूसरा प्लान

जब पहला प्लान फेल हो गया तो सोनम और राज ने दूसरा प्लान बनाया। इसमें सोनम की कद-काठी वाली एक लड़की को स्कूटी के पास मारकर जलाना था लेकिन कोई भी लड़की ऐसी नहीं मिली जो सोनम जैसी दिखती हो। ऐसे में यह प्लान भी फेल हो गया।

शादी हो गई तय और फिर..

इसी बीच सोनम की राजा के साथ शादी तय हो गई, लेकिन वह यह शादी नहीं करना चाहती थी। ऐसे में राज और सोनम ने मिलकर नया प्लान बनाया कि शादी कर लो और शादी के बाद राजा को रास्ते से हटा देंगे। शादी से महज 11 दिन पहले सोनम और राज ने मुलाकात की और तय किया कि अब राजा को ही मारना होगा लेकिन शादी के बाद।

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इसके बाद सोनम ने राज के साथ मिलकर एक और साजिश रची। इस बार प्लान था कि शादी के बाद वह राजा को लेकर गुवाहाटी जाएगी, जहां पहले से ही राजा के दोस्त और किराए के गुंडे मौजूद रहेंगे। वहां राजा की हत्या कर दी जाएगी। 17 मई को ही राज ने 15 हजार रुपये दिए, सिम कार्ड खरीदा और एक बुरका भी लिया।

गुवाहाटी में 2 से 3 बार मारने की कोशिश

सोनम ने राजा को कामाख्या मंदिर में दर्शन के लिए मना लिया। राजा के परिवार ने भी इसलिए मना नहीं किया क्योंकि बहू धार्मिक है और मंदिर जा रही है। इस पर किसी को आपत्ति नहीं हुई। सोनम ने कहा कि मेरी मन्नत है कि मंदिर में दर्शन के बाद ही हम एक-दूसरे के करीब आएंगे। 19 मई को तीनों किलर आकाश, आनंद और विशाल गुवाहाटी पहुंच गए। 20 मई को सोनम भी राजा के साथ वहां पहुंच गई। हालांकि वहां भीड़ की वजह से यह प्लान रद्द हो गया और राजा की जान बच गई।

शिलांग भी दो बार प्लान हुआ था फेल

21 और 22 मई को भी दो से तीन बार प्लान फेल हुआ। फिर सोनम ने राजा को इस बात के लिए मना लिया कि जब हम गुवाहाटी तक आ ही गए हैं, मौसम भी सुहावना है, तो क्यों न शिलांग चलें। राजा सोनम की साजिश से अनजान था और चलने को तैयार हो गया। शिलांग में भी दो बार प्लान फेल हुआ, लेकिन 23 मई को सोनम और किलर्स को मौका मिल गया। सुनसान जगह पर सोनम राजा को लेकर पहुंची, जहां राजा की हत्या कर दी गई।

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हत्या के बाद कैसे भागी थी सोनम?

हत्या के बाद सोनम ने राज का दिया हुआ बुरका पहनकर टैक्सी से गुवाहाटी तक सफर किया, फिर सिलीगुड़ी होते हुए पटना पहुंची, फिर आरा और उसके बाद ट्रेन से लखनऊ गई। लखनऊ से वह 25 मई को बस से इंदौर पहुंची। इस बीच 2 जून को राजा का शव बरामद हुआ। 8 जून को जब पहले आरोपी आकाश की गिरफ्तारी हुई तो राज डर गया। उसे समझ नहीं आया कि अब क्या किया जाए। राज ने सोनम को कॉल किया और बताया कि एक को पुलिस ने पकड़ लिया है, तुम सिलीगुड़ी चली जाओ।

सोनम सिलीगुड़ी जाने के लिए बुरका पहनकर निकल पड़ी। प्लान था कि वहां सोनम खुद को ड्रग्स की नशे में और किडनैप की शिकार के रूप में पेश करेगी, लेकिन अहम मौके पर राज ने फिर से प्लान बदल दिया और गाजीपुर जाने को कहा। सोनम ट्रेन से गाजीपुर पहुंची, वहां से निकलकर एक ढाबे पर गई और नशे की हालत का नाटक करते हुए अपने भाई को फोन किया। यहीं से मामला मीडिया में उछल गया।

First published on: Jun 13, 2025 10:58 PM

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