Operation Sindoor: भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला कर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। इसके बाद से सेना की खूब तारीफ हो रही है, लेकिन इस ऑपरेशन में RAW ने भी अहम भूमिका अदा की। दरअसल सेना को आतंकियों के ठिकानों की सटीक जानकारी देने वाली खुफिया एजेंसी RAW और नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन थी। दोनों एजेंसियों ने सेना को 21 आतंकी ठिकानों के इनपुट दिए थे। इनमें से 9 सबसे अहम टारगेट चुने गए।
21 आतंकी ठिकानों की दी थी लिस्ट
खुफिया एजेंसी RAW और नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के एजेंट पिछले काफी समय आतंकियों के ठिकानों को खंगाल रहे थे। खुफिया एजेंसी RAW ने पाकिस्तान के 21 आतंकी ठिकानों को चिन्हित किया और इसकी लिस्ट बनाकर NSA चीफ को सौंपी गई। इसके बाद NSA अजीत डोभाल ने तीनों सेनाओं के प्रमुख अफसरों के साथ बैठक कर टीम बनाई और 9 आतंकी संगठनों के ठिकानों पर निशाना बनाने की बात पर मुहर लगाई। इसके बाद सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की टॉप लीडरशिप को निशाना बनाकर उसे तबाह कर दिया।
9 आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
भारतीय सेना ने 4 पाकिस्तान में और 5 पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वॉर्टर, कोटली में आतंकी ट्रेनिंग कैंप, मुजफ्फराबाद में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना, मुरीदके में लश्कर का हेडक्वॉर्टर और बाग में हिजबुल मुजाहिदीन का अड्डा शामिल है। वहीं बताया जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का गठन 1998 में और लश्कर-ए-तैयबा का गठन 1987 में हुआ है। भारत की तरफ से इन दोनों आतंकी संगठनों पर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
दुनिया को दिया मैसेज
वहीं, सेना ने साफ किया कि ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तानी सेना को निशाना नहीं बनाया गया। ऑपरेशन का मकसद सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं था। यह दुनिया को मैसेज देने के लिए था कि भारत अब आतंकवाद पर सिर्फ बयानबाजी नहीं करेगा। सटीक और असरदार सैन्य कार्रवाई से जवाब देगा।