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Kapileshwar Temple: ओडिशा का कपिलेश्वर मंदिर संरक्षित स्मारकों की सूची में होगा शामिल, वास्तुकला के कलिंग शैली के लिए है मशहूर

Kapileshwar Temple: ओडिशा के भुवनेश्वर में कपिलेश्वर मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की संरक्षित स्मारकों की सूची में शामिल किया जाएगा। कपिलेश्वर मंदिर को ASI की संरक्षित स्मारक सूची में लाने की राजपत्रित अधिसूचना 5 मई को आई थी, जिसमें संरचना के बेहतर रखरखाव और संरक्षण के लिए निर्णय लिया गया था। मंदिर के […]

Edited By : Om Pratap | Updated: May 17, 2023 08:49
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Kapileshwar Temple: ओडिशा के भुवनेश्वर में कपिलेश्वर मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की संरक्षित स्मारकों की सूची में शामिल किया जाएगा।

कपिलेश्वर मंदिर को ASI की संरक्षित स्मारक सूची में लाने की राजपत्रित अधिसूचना 5 मई को आई थी, जिसमें संरचना के बेहतर रखरखाव और संरक्षण के लिए निर्णय लिया गया था। मंदिर के पुजारियों और स्थानीय निवासियों ने भी इस फैसले पर खुशी जाहिर की है।

भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सदांगी ने कहा कि कपिलेश्वर मंदिर को एएसआई की संरक्षित स्मारकों की सूची में शामिल करने के लिए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को धन्यवाद। सदांगी ने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री से खंडगिरि-उदयगिरि की गुफाओं को विश्व विरासत स्थल घोषित करने के लिए अनुरोध किया है।

Kapileshwar temple in Odisha

कपिलेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी क्या बोले?

कपिलेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी शिवराम मालिया ने सांसद अपराजिता सदांगी और केंद्रीय मंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही के कारण कई जगहों पर कपिलेश्वर मंदिर को नुकसान पहुंचा है। ASI के सर्वे के दौरान कुछ मंदिर की वास्तुकला के हिस्से पर फिर से प्रकाश डाला गया, इसलिए यह मंदिर अब भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर की तरह अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

Kapileshwar temple in Odisha

5वीं शताब्दी का है मंदिर, 14वीं शताब्दी में हुआ था जीर्णोद्धार

5वीं शताब्दी के पुराने कपिलेश्वर मंदिर का 14वीं शताब्दी में गजपति कपिलेंद्र देव द्वारा जीर्णोद्धार किया गया था और यह अपनी उत्कृष्ट नक्काशी और भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जो भारतीय मंदिर भवनों की सदियों पुरानी प्रथा के उदाहरण है।

कपिलेश्वर मंदिर वास्तुकला की कलिंग शैली का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो अपनी भव्यता और सादगी के लिए जाना जाता है। यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो भारत और दुनिया भर से आगंतुकों और भक्तों को आकर्षित करता है।

Kapileshwar temple in Odisha

यह मंदिर क्षेत्र के समृद्ध इतिहास के साथ-साथ ओडिशा के लोगों की गहरी धार्मिक और सांस्कृतिक जड़ों की याद दिलाता है। कपिलेश्वर शिव मंदिर, जिसे आमतौर पर ‘कपिलेश्वर मंदिर’ कहा जाता है, ओडिशा राज्य के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा कपिलेश्वर के नाम से की जाती है, जो भुवनेश्वर के 11वीं सदी के पुराने लिंगराज मंदिर से लगभग 1 किमी दूर कपिलप्रसाद क्षेत्र में स्थित है।

First published on: May 17, 2023 08:49 AM

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