Karnataka Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए वरुण को चुनने पर तंज कसा। अमित मालवीय ने कहा कि सिद्धारमैया के पास खुद का निर्वाचन क्षेत्र नहीं है और वे जीत के प्रति आश्वस्त हैं।
भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस दिन में 5 बार दावा करती है कि वे कर्नाटक जीत रहे हैं, लेकिन उनके मुख्यमंत्री उम्मीदवार के पास कोई ऐसी सीट नहीं है, जिस पर चुनाव लड़ें और अपनी जीत के प्रति आश्वास्त हों। सिद्धारमैया ने बदामी, चामुंडेश्वरी और कोलार को छोड़ दिया और अंत में अपने बेटे की सीट वरुणा को चुनाव लड़ने के लिए चुना!
Congress claims, 5 times a day, that they are winning Karnataka except their CM aspirant and the only ‘mass leader’ doesn’t have a constituency he is sure of winning.
Siddaramiah abandoned Badami, Chamundeshwari and Kolar to finally pick Varuna, his son’s seat, to contest from!
---विज्ञापन---— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 8, 2023
सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र वरुणा सीट से हैं विधायक
मैसूर जिले की वरुणा विधानसभा सीट राज्य की प्रमुख सीटों में से एक है। कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस सीट पर दांव लगाया है। बता दें कि इस सीट का प्रतिनिधित्व वर्तमान में उनके बेटे और मौजूदा विधायक यतींद्र कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता का पद संभालने वाले सिद्धारमैया को 25 मार्च को जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में उनके पैतृक वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा गया था। हालांकि, पूर्व सीएम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ओल्ड मैसूर क्षेत्र में कोलार उनकी पसंदीदा सीट है और उन्होंने पहले ही वहां चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था।
बता दें कि कांग्रेस की पहली सूची में कुल 224 सीटों में से 124 को शामिल किया गया था, लेकिन बादामी को शामिल नहीं किया गया था, जिस सीट से सिद्धारमैया ने 2018 में जीत हासिल की थी। साथ ही कोलार, वह निर्वाचन क्षेत्र जहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी।
24 मई को खत्म हो रहा है मौजूदा सरकार का कार्यकाल
कर्नाटक में मौजूदा भाजपा सरकार का कार्यकाल 24 मई को खत्म हो रहा है। राज्य में इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबले (भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस) के आसार हैं। पिछली बार JDS और कांग्रेस एक साथ थी, लेकिन इस बार JDS अलग चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने पहली लिस्ट जारी होने से पहले कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
भारत के चुनाव आयोग ने 29 मार्च को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी। राज्य में एक चरण में सभी 224 सीटों के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे जबकि 2 दिन बाद यानी 13 मई को नतीजे घोषित होंगे।