Earthquake Update: मिडिल ईस्ट के चार देश में भूंकप से हाहाकार मच गया है। तुर्की में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता के भीषण भूकंप में अब तक 912 लोगों की मौत हो गई है जबकि 5,380 लोग घायल हो गए हैं। हजारों लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं।
तुर्की और सीरिया में तबाही
तुर्की और सीरिया को मिलाकर मरने वालों की संख्या 1300 हो गई है। सबसे ज्यादा तबाही एपिसेंटर तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाकों में देखी जा रही है। तुर्किये की न्यूज वेबसाइट ‘अल सबाह’ के मुताबिक, देश में अब तक 912 लोगों की जान चली गई है। 5385 लोगों के घायल होने की खबर है। सीरिया में 386 लोग मारे गए और 639 जख्मी हैं। दोनों देशों में मरने वालों की कुल संख्या करीब 1300 बताई गई है। लेबनान और इजराइल में भूंकप के झटके लगे हैं लेकिन किसी की मरने की खबर नहीं है।
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#TurkeyEarthquake | Death toll rises to 1300 in a powerful 7.8 magnitude earthquake that struck southeastern Turkey and northern Syria today. Hundreds still trapped, toll to rise, reports AP pic.twitter.com/AI3zB0LWS3
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 6, 2023
मिडिल ईस्ट के चार देश आज सुबह भूंकप से हिल गए। तुर्की, सीरिया, लेबनान और इजराइल में भूंकप आया है। सबसे ज्यादा असर तुर्की में हुआ है। तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाके तहस-नहस हो चुके हैं। दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। वहीं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आए भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी।
भारत से NDRF की टीम रेस्क्यू अभियान के लिए तुर्की जाएगी। इसके साथ राहत सामग्री भी जल्द से जल्द तुर्की के लिए रवाना की जाएगी।
तुर्की में भूंकप का पुरान इतिहास रहा है। पिछले 24 वर्षों में आए भूकंपों की वजह से तुर्की में 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जब भी 7 रिक्टर के ऊपर भूंकप आया भारी तबाही आई। तुर्की में आज आए भूंकप की तीव्रता 7।8 थी। इससे पहले 1939 में इतनी तीव्रता का भूंकप आया था। उसमें 32,700 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
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1999 में 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए
1999 के 17 अगस्त को आए भूंकप में 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। उससे पहले 23 जुलाई 1784 को एरजिनकान में इसी पैमाने का भूकंप आया था। जिसमें 5 से 10 हजार लोगों के मारे जाने का अनुमान है। 1900 से पहले तुर्की में भूकंपों की वजह से 6 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं। 1900 से 1999 तक करीब 70 हजार मौतें। 2000 से अब तक आए भूंकप में करीब 1000 मौतें हुई हैं।
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