Mizoram Assembly Elections 2023, नई दिल्ली: मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे 174 उम्मीदवारों में से 114 के पास एक करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है, वहीं सात ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। दरअसल, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और मिजोरम इलेक्शन वॉच द्वारा उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण करके सोमवार को एक रिपोर्ट सावर्जनिक की गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 67 राष्ट्रीय पार्टियों से, 40 राज्य पार्टियों से, 40 पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियों से और 27 उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से सात के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि 2018 के मिजोरम विधानसभा चुनावों में 209 उम्मीदवारों में से नौ के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे।
2018 में 209 में से 18 महिला उम्मीदवार थी, अब कुल 174 में से 18 महिलाओं को दिए पार्टियों ने टिकट
दरअसल, मिजोरम इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने मिजोरम 2023 विधानसभा चुनाव लड़ रहे सभी 174 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है। इसके बाद सामने आए आंकड़ों को सार्वजनिक करते हुए बताया गया है कि विश्लेषण किए गए 174 उम्मीदवारों में से मिजोरम विधानसभा चुनाव 2023 में 18 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं, जबकि 2018 में 209 उम्मीदवारों में से 18 महिलाएं थीं। 174 में से 19 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 31 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 105 ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है। 50 उम्मीदवारों उम्र 61 से 80 साल के बीच है। 43 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 128 उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है। इसमें कहा गया है कि दो उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और एक उम्मीदवार अनपढ़ है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख दलों में एमएनएफ के 40 उम्मीदवारों में से 36, कांग्रेस के 40 में से 33, जेडपीएम के 40 उम्मीदवारों में से 29, बीजेपी के 23 में से 9, आप के चार उम्मीदवारों में से एक और 27 स्वतंत्र उम्मीदवारों में से छह ने एक करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति घोषित की है। औसत की बात करें तो 2018 मिजोरम विधानसभा चुनाव में 209 उम्मीदवारों की प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 3.11 करोड़ रुपए थी, वहीं इसमें यह भी बताया गया कि मिजोरम विधानसभा चुनाव 2023 में लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 4.90 करोड़ रुपए है। पार्टियों के बीच, विश्लेषण किए गए 40 कांग्रेस उम्मीदवारों की प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 6.24 करोड़ रुपए है, विश्लेषण किए गए 40 ZPM उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.05 करोड़ रुपए है, 40 एमएनएफ उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.49 करोड़ रुपए है, 23 भाजपा उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.09 करोड़ रुपए है और रिपोर्ट में कहा गया है कि चार AAP के पास औसतन 1.95 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
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2018 में 209 उम्मीदवारों में से 116 थे करोड़पति
लॉन्ग्टलाई पश्चिम (एसटी) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा के जेबी रुआलछिंगा राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उन्होंने 90.32 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। उनके बाद सेरछिप (एसटी) विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार आर वनलाल्टलुआंगा हैं, जिन्होंने 55.63 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। चंफाई नॉर्थ (एसटी) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे जेडपीएम के एच गिन्ज़ालाला के पास 36.09 करोड़ रुपए की संपत्ति है। सेरछिप (एसटी) से चुनाव लड़ रहे स्वतंत्र उम्मीदवार रामहलुन-एडेना ने 1,500 रुपए की संपत्ति घोषित की है। 174 में 66 प्रतिशत यानि 114 उम्मीदवार करोड़पति मिले हैं। हालांकि इसके मुकाबले 2018 के मिजोरम विधानसभा चुनाव में 209 उम्मीदवारों में से 116 करोड़पति थे। ‘हमारे चुनावों में धनबल की भूमिका’ तथ्य से स्पष्ट है कि सभी राजनैतिक दल अमीर उम्मीदवारों को टिकट देते हैं।
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एमएनएफ का एक, भाजपा के दो और जेडपीएम के चार नेताओं पर केस दर्ज
111 उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में देनदारियों की घोषणा की है। हाचेक (एसटी) विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार लालरिंदिका राल्ते ने अपनी संपत्ति 6.21 करोड़ रुपए की तुलना में 3.82 करोड़ रुपए की देनदारी घोषित की है। कुल 12 उम्मीदवारों ने अपना पैन विवरण घोषित नहीं किया है। उधर, मौजूदा चुनावी रण में उतरे नेताओं की आपराधिक प्रवृत्ति भी सामने आई है। नामांकन के साथ दिए गए हलफनामे में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के 40 उम्मीदवारों में से चार ने, भाजपा के 23 उम्मीदवारों में से दो और एमएनएफ के 40 उम्मीदवारों में से एक प्रत्याशी ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।