Foods For Blocked Arteries: खानपान सही ना होने पर या किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटी ना करने पर नसों में ब्लॉकेज होने लगती है. इस ब्लॉकेज के कारण नसें बंद हो जाती हैं, सिंकुड़ जाती हैं या नसों में गंदगी चिपकने लगती है जो रक्त प्रवाह को अवरुद्ध करती है. इससे होता यह है कि शरीर के अलग-अलग अंगों तक खून और ऑक्सीजन सही तरह से नहीं पहुंच पाता है. इससे शरीर के काम पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही हाथ-पैरों में दर्द रहने लगता है और हार्ट अटैक (Heart Attack) या स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है सो अलग. ऐसे में जनरल फिजीशियन डॉ. शालिनी सिंह सालुंके ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया है कि वो कौन से फूड्स हैं जो नसों की ब्लॉकेज को कम करते हैं. इन देसी सुपरफूड्स को खाने पर नसों में जमा गंदगी निकल जाती है.
बंद नसें साफ करने के लिए क्या खाएं | Foods To Clean Blocked Arteries
डॉ. शालिनी सिंह सालुंके का कहना है कि नसों की ब्लॉकेज कम करने के लिए आपको सर्जरी कराने की नौबत नहीं आएगी और ना ही महंगे फूड्स जैसे एवोकाडो वगैरह खाने होंगे. सरल और सादा देसी चीजें भी सुपरफूड्स साबित होती हैं जिन्हें आप अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. ये चीजें शरीर के LDL यानी गंदे कॉलेस्ट्रोल को कम करती हैं, कॉलेस्ट्रोल को नसों में जमने नहीं देतीं और नसों को साफ करती हैं सो अलग.
ओट्स – इसमें मौजूद बीटा-ग्लूटन फाइबर शरीर से कॉलेस्ट्रोल को बाहर निकाल देता है. रोजाना आधा से तीन-चौथाई कप ओट्स (Oats) खाए जा सकते हैं.
मोरिंगा – मोरिंगा में मौजूद पॉलीफेनोल्स नसों को रिलैक्स करते हैं और ब्लड प्रेशर कम करने में असरदार हैं. 1-2 ग्राम मोरिंगा पाउडर का रोजाना सेवन करना नसों की ब्लॉकेज कम करने में फायदेमंद साबित होता है.
अखरोट – इसके ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन ई के गुण नसों को मजबूत रखता है. डॉक्टर का कहना है कि आप रोज 4 से 5 अखरोट खा सकते हैं.
मेथी दाना – इसके सेपोनेंस कॉलेस्ट्रोल (Cholesterol) को एब्जॉर्ब होने से रोकते हैं. रोजाना आप 5 ग्राम भीगे हुए मेथी के दाने खा सकते हैं.
करी पत्ता – यह लिपिड्स ऑक्सीडेशन को कम करता है और नसों को दुरुस्त रखता है. आप हर दिन 10 से 12 ताजा करी पत्ते (Curry Leaves) खा सकते हैं.
बंद नसों का शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है
- बंद नसों के कारण हार्ट अटैक की नौबत आ सकती है.
- सांस फूलने लगती है.
- हाथों में दर्द रहता है.
- सीने में दर्द होता है.
- स्ट्रोक आ सकता है और जान जा सकती है.
- पेरिफेलर आर्टिरीज डिजीज हो सकती है. वेरिकोज वीन्स की संभावना बढ़ जाती है.
- पैरों में अकड़न, दर्द और झनझनाहट हो सकती है. पैर सुन्न रहते हैं.
- नसों की ब्लॉकेज से कुछ खाते ही उल्टी आ सकती है, जी मितलाने लगता है और पेट में दर्द रहता है.
- जेनिटल्स तक ब्लड फ्लो नहीं हो पाता जिससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत हो सकती है.
- चक्कर आ सकते हैं और कमजोरी महसूस होती है.
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज 24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.










