West Nile Virus Symptoms And Precautions: वेस्ट नाइल फीवर के मामले केरल के कई जिलों में आने के बाद लोगों में टेंशन बढ़ी हुई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह एक वायरल संक्रमण है, जिसके कारण वेस्ट नाइल वायरस होता है।
इस वायरस से संक्रमित मच्छरों के काटने से संक्रमण इंसानों में फैल जाता है। यह वायरस इंसानों के अलावा पक्षियों, मच्छरों, घोड़ों और कुछ अन्य जीवों को संक्रमित करता है। यह वायरस गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। ऐसे में इसे लेकर सावधानी बरतें और उससे पहले इसके लक्षणों पर ध्यान दें।
वेस्ट नाइल वायरस क्या है?
वेस्ट नाइल वायरस मच्छर जनित बीमारी है, जो आमतौर पर संक्रमित मच्छरों के काटने से होती है। आमतौर पर यह वायरस अफ्रीका, यूरोप, मिडिल ईस्ट, नॉर्थ अमेरिका और वेस्ट एशिया में मिलता है। यह वायरस कुछ पक्षियों में भी मिलता है। वेस्ट नाइल वायरस कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक शरीर में रहता है। इस वायरस से संक्रमित मामलों में कोई लक्षण आमतौर पर नजर नहीं आते हैं।
वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण
- बुखार
- पेट में दर्द
- सिरदर्द
- गले में खराश
- भूख न लगना
- मसल्स में दर्द
- वॉमिटिंग और लूज मोशन
- स्किन पर रैशेज
बचाव कैसे करें?
- घर में कहीं भी पानी को आस-पास न जमा होने दें।
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें। इससे धूप के साथ-साथ मच्छरों से भी बचाव होगा।
- समय से घर के खिड़की और दरवाजों शाम को बंद रखें।
- मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।