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कोरोना के बाद भारतीयों में बढ़ी विटामिन बी-12 की कमी? सप्लीमेंट की बिक्री बढ़ी, क्या है वजह?

Vitamin B-12 Symptoms: कोरोना के बाद पीड़ित मरीजों को कई प्रकार के साइड-इफेक्ट्स देखने को मिले हैं। उन्हीं में से एक विटामिन बी-12 भी है। भारत में पहले आयरन की कमी बहुत ज्यादा देखने को मिलती थी, मगर अब इस विटामिन की कमी भी एक बड़ा संकट बनकर उभर रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, महामारी के बाद इस विटामिन के लिए लोगों ने सप्लीमेंट ज्यादा खरीदे हैं।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Published By : Namrata Mohanty Updated: Aug 18, 2025 14:13

Vitamin B-12 Symptoms: विटामिन बी-12 एक ऐसा विटामिन होता है जो विटामिन-बी कॉम्पलेक्स रेंज का सबसे महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है। यह हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी विटामिनों में से एक है। मगर क्या आप जानते हैं भारत की आबादी में इस विटामिन की कमी बहुत ज्यादा बढ़ गई है? जी हां, हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना के बाद लोगों के बीच इस विटामिन के सप्लीमेंट्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। इसके 2 कारण हो सकते हैं, इनमें से एक पीड़ित मरीजों के शरीर में तत्वों की कमी है और दूसरा लोगों में इम्यूनिटी के प्रति सतर्कता बढ़ना।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

अमेरिका की अल्कोमेक्स जीबीएन फार्मा ग्रुप के साइंटिफिक एडवाइजर डॉक्टर संजय अग्रवाल बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में न्यूट्रास्यूटिकल उद्योग काफी बढ़ गया है, खासतौर पर भारत में। ये एक ऐसा बिजनेस होता है जिसमें पोषण और औषधि दोनों का संगम मिला होता है। इसके तहत बताया जा रहा है कि लोग विटामिन बी-12 की कमी पूरी करने के लिए सप्लीमेंट के भरोसे रहने लगे हैं। इस विटामिन की कमी को खान-पान से पूरा किया जा सकता है तो क्यों लोग प्राकृतिक उपाय छोड़कर दवा खा रहे हैं?

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कोरोना के बाद क्यों बढ़ी डिमांड?

इस बारे में एक्सपर्ट कहते हैं कि लॉन्ग टर्म कोरोना से लोगों में पोस्ट कोविड सिंड्रोम की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिली थी जिससे थकान, कमजोरी और मेंटल स्ट्रेस जैसी परेशानी होने लगी थी। विटामिन बी-12 नर्वस सिस्टम के लिए जरूरी तत्व होता है। इसलिए, कोरोना के समय लोग ज्यादा से ज्यादा बी-12 लेते थे। इम्यूनिटी बूस्टिंग के लिए भी विटामिन-सी सप्लीमेंट के साथ बी-12 का सप्लीमेंट लोग खाते थे।

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विटामिन बी-12 सप्लीमेंट का बढ़ता बाज़ार

इस सप्लीमेंट की मार्केट वैल्यू साल 2024 में लगभग 400 अरब डॉलर की थी, जो 2030 तक 650 अरब डॉलर पार कर सकती है। वहीं, भारत में विटामिन बी-12 के सप्लीमेंट की बिक्री साल 2017 में 26,000 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर 2022 में यह 65,000 करोड़ रुपये हो गई है और 2025 तक 18 अरब डॉलर पहुंचने का अनुमान है।

विटामिन B-12 की कमी की वजहें क्या है?

भारत में शाकाहारी खानपान के कारण विटामिन बी-12 की कमी आम है, जिससे एनीमिया, थकान और न्यूरोलॉजिकल प्रॉबलम्स होती हैं। विटामिन बी-12 को कोबालामिन भी कहते हैं, जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण, डीएनए का विकास और मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी है। भारत में बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन, खासकर B12, डायटरी सप्लीमेंट्स का एक बड़ा हिस्सा बन गया है।

विटामिन बी-12 की कमी के संकेत

  • थकान और कमजोरी होना।
  • सिरदर्द और नींद न आना या फिर बहुत ज्यादा नींद आना।
  • स्किन, आंखों और नाखूनों का पीला दिखना।
  • शरीर में नसे दिखाई देना और नाखून खुरदुरे-कमजोर होना।
  • शरीर में दर्द बना रहना।
  • न्यूरो संबंधि समस्याएं होना जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन या फिर बहुत ज्यादा चिंता करना।

विटामिन बी-12 के नेचुरल सोर्स क्या है?

  • मांसाहारी भोजन जैसे कि चिकन, अंडा और मछली।
  • डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही और घी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
  • आयरन से भरपूर चीजों को खाएं।

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First published on: Aug 18, 2025 09:35 AM

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