Gene Therapy Vector: आनुवांशिक बीमारियों, विरासत में मिली बीमारियों, टीकाकरण, कैंसर, इम्यूनोमॉड्यूलेशन के साथ-साथ कुछ दुर्दम्य अल्सर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए शोधकर्ता लगातार कोई न कोई नया शोध करते रहते हैं। बीमारियों का उपचार आसानी से किया जा सके, इसके भी लगातार प्रयास किए जाते रहे हैं। इसको लेकर जीन थेरेपी वैक्टर के मैथड पर भी नए-नए खोज भी किए जा रहे हैं। इस तरह के मैथड पर आधारित एक रिसर्च पेपर जीन थेरेपी पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ है जिसके लेखक राइस बायोइंजीनियर जेरज़ी स्ज़ाब्लोव्स्की ग्रुप के पीएचडी छात्र शिरीन नौरेन है।
इस शोध में शोधकर्ताओं ने चूहों के मस्तिष्क के कई क्षेत्रों में जीन डिलीवरी की सुरक्षा और व्यवहार्यता की जांच करने के लिए एक नॉनइनवेसिव, अल्ट्रासाउंड-आधारित तकनीक का उपयोग करने का पता लगाया है। इस शोध के परिणामों से पता चलता है कि जैसे-जैसे अधिक स्थान खोले जाते हैं, जीन डिलीवरी (Gene Therapy Vector) की प्रभावशीलता बढ़ती है और हर लक्षित साइट में बड़ा सुधार होता है।
प्रक्रिया का नाम फोकस्ड अल्ट्रासाउंड ब्लड-ब्रेन बैरियर ओपनिंग
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बड़े मस्तिष्क की मात्रा में ध्वनिक रूप से लक्षित नॉनइनवेसिव जीन थेरेपी (Noninvasive Gene Therapy) शोध स्ज़ाब्लोस्की लैब्स के पिछले काम पर आधारित है, जिसने रक्त-मस्तिष्क बाधा को सुरक्षित रूप से पार करने के लिए केंद्रित अल्ट्रासाउंड विकिरण को नियोजित किया था। इस प्रक्रिया को फोकस्ड अल्ट्रासाउंड ब्लड-ब्रेन बैरियर ओपनिंग (FUS-BBBO) दिया गया नाम है। यह विधि प्रोटीन और अन्य छोटे अणुओं को मस्तिष्क से रक्तप्रवाह तक विपरीत तरीके से गुजरने की अनुमति देती है, जहां से उनका आसानी से नमूना लिया जा सकता है।
आनुवंशिक बीमारियों के उपचार में महत्वपूर्ण
सिस्टम, सिंथेटिक और फिजिकल बायोलॉजी में स्नातक छात्र नौरेन ने कहा कि हम मस्तिष्क के एंडोथेलियम में नैनो-आकार के छिद्रों को खोलने के लिए केंद्रित अल्ट्रासाउंड का उपयोग करते हैं। यह पूरे मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले वायरल वैक्टरों की नॉनइनवेसिव डिलीवरी की अनुमति देता है, जो आनुवंशिक विकारों के उपचार में महत्वपूर्ण है।
बायोइंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर और नॉनइनवेसिव न्यूरोइंजीनियरिंग प्रयोगशाला के निदेशक स्ज़ाब्लोव्स्की ने कहा कि कई विकार बड़े मस्तिष्क क्षेत्रों या पूरे मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं, लेकिन इन क्षेत्रों में जीन थेरेपी (Gene Therapy) की डिलीवरी मुश्किल है।
पूरे मस्तिष्क का इलाज करने में हजारों इंजेक्शन लगाने की होती है जरूरत
स्ज़ाब्लोव्स्की ने कहा कि जब एक जीन-डिलीवरी वेक्टर को सुई के साथ मस्तिष्क में इंजेक्ट किया जाता है, तो यह अक्सर केवल कुछ मिलीमीटर तक फैलता है। पूरे मस्तिष्क का इलाज करने के लिए, हजारों इंजेक्शन लगाने की जरूरत होगी, जो कठिन और संभवतः हानिकारक होगा। लेकिन फोकस्ड अल्ट्रासाउंड ब्लड-ब्रेन बैरियर ओपनिंग (FUS-BBBO) प्रकिया के जरिए ऐसी सर्जिकल डिलीवरी को रोका जा सकता है।
एक साथ 105 साइटें खोलने की दक्षता और सुरक्षा का परीक्षण किया
नौरेन और उनके रिसर्च के सहयोगियों ने मस्तिष्क के अधिकांश हिस्सों में सकारात्मक परिणामों के साथ एक साथ 105 साइटें खोलने की दक्षता और सुरक्षा का परीक्षण किया। इस शोध के आश्चर्यजनक परिणाम यह बताते हैं कि अधिक साइटें खुलने पर हर लक्षित साइट के भीतर जीन डिलीवरी की दक्षता में सुधार होता है।
जीन थेरेपी आनुवंशिक रोगों के इलाज की एक प्रायोगिक तकनीक
स्ज़ाब्लोव्स्की ने कहा कि हमने पाया कि पूरे मस्तिष्क में वैक्टर की डिलीवरी वायरस की एक ही खुराक के लिए डिलीवरी की दक्षता को दोगुना कर देती है, जबकि केवल 11 साइटों को लक्षित किया जाता है। उन्होंने कहा कि नौरेन ने खोज करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। स्ज़ाब्लोव्स्की ने कहा कि शिरीन नौरेन का अभी ग्रेजुएट स्कूल में सेकंड ईयर है और पहले से ही असाधारण प्रोडेक्टिविटी और प्रतिभा को दिखाते हुए एक महत्वपूर्ण, जटिल प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर चुके हैं। बताते चलें कि जीन थेरेपी आनुवंशिक रोगों के इलाज की एक प्रायोगिक तकनीक है।