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बच्चियों में क्यों बढ़ रहा है यूरिन इंफेक्शन, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

Urine Infection Causes: पेशाब और पेशाब से जुड़ी बीमारियां इन दिनों काफी बढ़ गई हैं। हालांकि, ये किसी को भी किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन महिलाओं को इसका ज्यादा रिस्क रहता है। आजकल यूटीआई के मामले छोटी उम्र की लड़कियों में भी बढ़ने लगे हैं। जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट।

Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Feb 1, 2025 13:34

Urine Infection Causes: यूरिन इंफेक्शन के मामले इन दिनों काफी बढ़ रहे हैं। वैसे तो आमतौर पर यह इंफेक्शन महिलाओं को हुआ करते थे और कुछ हद तक पुरुषों में भी इसके मामले सक्रिय थे, मगर अब इस इन्फेक्शन के मामले छोटी उम्र की लड़कियों यानी बच्चियों में भी काफी बढ़ रहे हैं। जी हां, आजकल छोटी उम्र की लड़कियों में यूरिन इंफेक्शन की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यह एक सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो संक्रमण के कारण फैलती है और अगर इसे समय रहते ठीक न किया जाए, तो यह कई अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है। जानिए क्यों छोटी उम्र की लड़कियों में यह समस्या बढ़ रही है, डॉक्टर इस पर क्या कहते हैं।

क्यों बढ़ रहा है Urine Infection

डॉक्टर अकांशा श्रीवास्तव बताती हैं कि आजकल उनके पास जो मामले यूरिन इंफेक्शन के आ रहे हैं, वे सभी 5 साल से कम उम्र की लड़कियों में ज्यादा देखे जा रहे हैं। डॉक्टर कहती हैं कि स्कूल जाने वाली बच्चियों में इसके मामले बढ़ने के कई कारण हैं।

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इन कारणों से बढ़ रहे हैं मामले

1. पानी की कमी- स्कूल जाने वाली बच्चियां स्कूल में अमूमन कम पानी पीती हैं, जिस वजह से यह बीमारी बढ़ रही है।

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2. पेशाब को रोकना- स्कूल जाने वाली लड़कियों में डॉक्टर ने पेशाब को होल्ड करके यानी रोककर बैठने वाले केस भी देखे हैं, जो कि यूरिन इंफेक्शन का कारण है। यूरिन रोकने से ब्लैडर में बैक्टीरिया बढ़ते हैं।

3. गंदे टॉयलेट यूज करना- कई बार स्कूल के टॉयलेट उतने साफ-सुथरे नहीं होते हैं, उन गंदे सीट्स का इस्तेमाल भी यूरिन इंफेक्शन का कारण है।

 

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Urine Infection के संकेत

  • पेशाब करते समय दर्द और जलन।
  • बार-बार पेशाब जाना।
  • पेशाब में खून या गंदगी दिखना।
  • बुखार और थकावट होना।
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस करना।

क्या करें?

डॉक्टर अकांशा कहती हैं कि घर में पेरेंट्स अपनी बेटियों को अच्छी आदतें सिखाएं। उन्हें पानी पीने की सलाह दें, प्रति दिन सही मात्रा में पानी पिएं। उन्हें सही ढंग से टॉयलेट यूज करने का तरीका सिखाएं। उन्हें सेंसिटिव एरिया की साफ-सफाई के बारे में भी बताएं।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Edited By

Namrata Mohanty

First published on: Feb 01, 2025 01:34 PM

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