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कैसे पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे? एक्सपर्ट से जानें किन महिलाओं में होती है ऐसी संभावना

Twin Baby Factors: जुड़वा बच्चों का पैदा होना एक अनोखी घटना मानी जाती है। वैसे तो यह अक्सर तब होता है, जब गर्भ में दो भ्रूण बनते हैं। चलिए एक्सपर्ट से समझते हैं इसका कारण।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Nov 21, 2024 09:58
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Twin Baby Factors

Twin Baby Factors: कुछ महिलाओं को जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं, जो कि सामान्य घटना है। हालांकि, यह एक अद्भुत और दिलचस्प प्रक्रिया है। जुड़वा बच्चों का जन्म तब होता है जब एक महिला गर्भधारण करती है और उसके गर्भ में एक साथ दो बच्चे विकसित होते हैं। मगर क्या आप जानते हैं आखिर कैसे एकसाथ दो बच्चे गर्भ में पलने लगते हैं, क्या है इसका साइंस? इसे मेडिकल टर्म में मल्टिपल प्रेगनेंसी कहते हैं। कुछ रिपोर्ट्स की मानें, तो दुनियाभर में लगभग हर साल 1.6 मिलियन जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। आइए समझते हैं कि कैसे पैदा होते हैं ट्विंस बेबी और किस महिला के होते हैं ज्यादा जुड़वा बच्चे होने के चांस?

जुड़वा बच्चे दो कारणों से होते हैं

1. द्विज जुड़वां (Identical Twins)- इसमें जब एक ही अंडाणु दो भागों में बंट जाता है, तो इससे आइडेंटिकल बच्चे कहते हैं। इसमें दोनों बच्चे जीन्स के मामले में पूरी तरह से समान होते हैं और अक्सर एक जैसे दिखाई देते हैं।

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2. अलग-अलग जुड़वां (Fraternal Twins)- इस तरह पैदा हुए जुड़वा बच्चों में, जब दो अलग-अलग अंडाणु और दो अलग-अलग स्पर्म साथ मिलते हैं, तो इससे अलग-अलग जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। ये जुड़वां बच्चे एक दूसरे से जीन्स के मामले में 50% तक समान हो सकते हैं, जैसे कि सामान्य भाई-बहन। इस प्रक्रिया में दोनों अंडाणु अलग-अलग गर्भाशय में फर्टिलाइजेशन से होते हैं।

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किन महिलाओं में ज्यादा होते हैं जुड़वा बच्चे होने की संभावना

1. जीन्स- अगर किसी महिला के परिवार में जुड़वां बच्चों के पैदा होने का इतिहास रहा है, तो उस महिला को भी जुड़वां बच्चे होने की संभावना रहती है।

फोटो क्रेडिट-meta ai

2. उम्र- एबीपी हेल्थ लाइव की एक वीडियो के अनुसार, पाया गया कि 30 से 40 साल के बीच की महिलाएं, खासतौर पर वे महिलाएं जो पहली बार गर्भधारण करती हैं, उनमें भी जुड़वां बच्चों को जन्म देने की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं।

3. हाइट एंड वेट- जो महिलाएं लंबी और अधिक वजन की होती हैं, उनमें भी जुड़वां बच्चे पैदा होने की संभावना अधिक रहती है।

4. फर्टिलिटी ट्रीटमेंट- IVF या अन्य फर्टिलिटी ट्रिटमेंट्स की मदद से प्रेग्नेंट होने से भी महिलाएं जुड़वां बच्चों का जन्म दे सकती हैं।

5. नस्ल- दुनिया में कुछ नस्लें ऐसी हैं, जिनमें जुड़वां बच्चों के पैदा होने की संभावना अधिक होती है। जैसे कि, अफ्रीकी महिलाएं।

ट्विंस बेबी होने के संकेत

  • ज्यादा मॉर्निंग सिकनेस महसूस करना।
  • नॉर्मल से ज्यादा वेट गेन होना।
  • बहुत ज्यादा भूख लगना भी जुड़वा बच्चों के पैदा होने के चांस रहते हैं।
  • भ्रूण का ज्यादा जगह घूमना, हालांकि, यह सभी महिलाओं को महसूस नहीं होता है।
  • बार-बार यूरिन आना भी एक संकेत है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Namrata Mohanty

First published on: Nov 21, 2024 09:58 AM

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