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Imunity कैसे होती है कमजोर? जो बढ़ाती है Thyroid का रिस्क, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Thyroid Causes: थायराइड एक साइलेंट किलर बीमारी है, जो लोगों को धीरे-धीरे खतरे में डालती रहती है। थायराइड होने के कई प्रमुख कारण होते हैं, उनमें से एक कारण आपकी कमजोर इम्यूनिटी है। थायराइड से आपके मेटाबॉलिज्म पर भी असर पड़ता है। आइए समझते हैं थायराइड के कारणों को।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Nov 13, 2024 07:46
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Thyroid Causes: थायराइड एक गंभीर बीमारी है, जो लोगों को प्रभावित करती है। इसे साइलेंट किलिंग डिजीज भी माना जाता है। यह अक्सर असंतुलित भोजन और सेहत के प्रति असंवेदनशीलता रखने के कारण होता है। दुनियाभर में इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं, जिसमें भारत का नंबर भी ऊपर के स्थानों में है। इसका मतलब यह है कि यहां इस बीमारी के मरीजों की संख्या अत्यधिक है। थायराइड पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को प्रभावित करता है। क्या हमारी इम्यूनिटी से भी थायराइड होने का रिस्क बढ़ जाता है? आइए जानते हैं, इसका कारण।

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इम्यूनिटी और थायराइड का संबंध

इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, एक कंटेंट क्रिएटर और डॉक्टर, डॉ. सेरमेड मेजहर ने अपने इंस्टा अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि 12% लोगों में थायराइड का कारण उनकी इम्यूनिटी बनती है। कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो वीक इम्यूनिटी से थायराइड होने के रिस्क के साथ-साथ थायराइड से ठीक होने का रिस्क भी कम होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ लोगों का ऑटोइम्यून सिस्टम खराब होता है। इस स्थिति में सिर्फ थायराइड नहीं, अन्य बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है।

Thyroid Symptoms

फोटो क्रेडिट- Freepik

क्यों होता है ऐसा?

ऑटोइम्यून वीक होने का कारण शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन होना है। थायराइड से मेटाबोलिज्म, एनर्जी लेवल्स और शरीर के अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को करने में समस्याएं पैदा होती हैं। शरीर में पोषण की कमी के चलते भी थायराइड और ऑटोइम्यून, दोनों प्रभावित होते हैं। इनमें विटामिन्स और मिनरल्स शामिल हैं।

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थायराइड कुछ शुरुआती संकेत

गर्दन के आस-पास गांठे बनना।
दिल की धड़कनों का तेज होना।
सोने में परेशानी होना।
वजन अनियंत्रण।
मासिक धर्म में परिवर्तन।
मांसपेशियों में कमजोरी होना।
मूड स्विंग्स।
बालों का झड़ना।

क्या करें?

ऑटोइम्यून सिस्टम को सही रखने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करें, रोगों से बचाव के लिए समय पर इलाज करवाएं, तनाव को मैनेज करें तथा व्यायाम करें।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Namrata Mohanty

First published on: Nov 13, 2024 07:46 AM

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