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जेन Z में बढ़ रहा Sleepmaxxing का क्रेज, कितना फायदेमंद है अच्छी नींद का यह ऑप्शन?

Sleepmaxxing Benefits: अच्छी और गहरी नींद के लिए लोग तरह-तरह की टिप्स और आदतों को फॉलो करते हैं। स्लीपमैक्सिंग एक नया ट्रेंड है, जो युवाओं खासतौर पर जेन जी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। आइए जानते हैं नींद के इस नए ट्रेंड के बारे में सब कुछ।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Dec 20, 2024 14:50
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Sleepmaxxing

Sleepmaxxing Benefits: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में चैन की नींद सोना एक मुश्किल काम है। पर्याप्त नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे वर्कप्रेशर, एग्जाम स्ट्रेस या घंटों फोन पर स्क्रोलिंग करना। ऐसी आदतें लोगों की नींद प्रभावित कर रही हैं। कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स में पता चला है कि भारत के 61% लोग ऐसे हैं जो नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं, जबकि दुनिया भर में यह आंकड़ा 22% तक है, जिन्हें नींद कम आने या न आने की समस्या रहती है। गुड क्वालिटी स्लीप के लिए आजकल एक नया ट्रेंड फॉलो किया जा रहा है, जिसे स्लीपमैक्सिंग कहते हैं। नींद का यह ट्रेंड Gen Z को अपनी ओर तेजी से अट्रैक्ट कर रहा है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

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क्या है Sleepmaxxing?

यह सोने का एक नया ट्रेंड है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस स्लीपिंग रूटीन को फेमस इंफ्लूएंसर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स भी प्रमोट कर रहे हैं। इन लोगों के मुताबिक नींद में सुधार के लिए हमें अपनी डेली लाइफ में कुछ बदलाव करने होते हैं। टाइम्स नाऊ में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, नींद के इस पैटर्न को फॉलो करने से हृदय संबंधी रोग, मोटापा, बीपी और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव हो सकता है। यह एक ऑनलाइन स्लीपिंग पैटर्न है, जिसमें नींद की कुछ रणनीतियों को अपनाया जाता है।

Sleeping Tips

Photo Credit-Freepik

स्लीपमैक्सिंग के फायदे

  • बीमार होने पर जल्दी रिकवरी में मदद मिलेगी।
  • एक हेल्दी वजन मेंटेन करें।
  • तनाव कम करें और मूड को बेहतर करें।
  • हार्ट हेल्थ और टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को कम करें।
  • ध्यान और याददाश्त में सुधार करें।

Gen Z में बढ़ता क्रेज कितना सही?

युवाओं को हर चीज ऑनलाइन चाहिए होती है, जेन जी में स्लीपमैक्सिंग का भी काफी क्रेज है। मगर हर ट्रेंड फायदेमंद हो, यह सही नहीं है। नींद के कुछ पैटर्न हानिकारक भी हैं। वैसे ही एक्सपर्ट्स के अनुसार स्लीपमैक्सिंग भी हर जेन जी के लिए फायदेमंद नहीं है। इसमें नींद के सप्लीमेंट, मुंह पर टेप लगाना जैसी एक्टिविटीज शामिल हैं, जो कभी-कभी जानलेवा हो जाती हैं। इसलिए नींद के किसी भी पैटर्न या दवा का सेवन डॉक्टरी सलाह लेकर ही शुरू करनी चाहिए।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Edited By

Namrata Mohanty

First published on: Dec 20, 2024 02:50 PM

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